रांची : हिंदू नव संवत्सर के अनुसार इस साल यानी सन 2023 में पंचांग गणना के हिसाब से 13 महीने का साल होगा. इसलिए कि साल 2023 में पुरुषोत्तम मास जिसे अधिक मास भी कहा जाता है, होना है. इसलिए यह हिंदी तिथि के अनुसार 13 महीने का होगा. इस साल सावन 2 माह का होगा. अधिक मास की अवधि 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगी. जिस माह में सूर्य संक्रांति नहीं होती वह अधिक मास कहलाता है.
14 जनवरी 2023 को समाप्त होगा खरमास
अभी मलमास चल रहा है, जिसे खरमास भी कहते हैं, जो 14 जनवरी 2023 को समाप्त होगा. फिलहाल सभी शुभ विवाह एवं मांगलिक कार्य रुके हुए हैं. 15 जनवरी 2023 से सभी शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे. 15 जनवरी से विवाह की शहनाइयां भी बजने लगेंगी. साल 2023 में विवाह के कुल 70 मुहूर्त हैं.
सर्वाधिक विवाह के मुहूर्त फरवरी और मई 2023 में
यह मुहूर्त ऋषिकेश पंचांग और महावीर पंचांग के अनुसार निर्धारित है. सर्वाधिक विवाह फरवरी और मई 2023 में है इन दोनों महीनों में विवाह के शुभ मुहूर्त 19 दिनों के हैं. जनवरी 2023 में विवाह के मुहूर्त 10 दिनों के, मार्च में 12 दिनों के, जून में 13 दिनों के शुभ लग्न दिवस हैं. 29 जून से चतुर्मास शुरू हो जाएगा. देवशयनी एकादशी 29 जून को है. उसके बाद विवाह कार्य रुक जाएंगे. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है, तब फिर शहनाइयां बजने लगेंगी.
पंचांग के अनुसार कई अबूझ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार कई अबूझ मुहूर्त भी होते हैं जिनमें बसंत पंचमी, अक्षय तृतीया, देवउठनी एकादशी जैसे दिन शुभ कार्य के लिए किसी से पूछने की जरूरत नहीं होती है. इस बार सावन 59 दिनों का होगा. साल का 13 महीना यानी अधिक मास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा. अधिक मास के कारण जुलाई के बाद आने वाले सभी बड़े त्यौहार 12 से 20 दिनों की देरी से आएंगे. इस साल की शुरुआत एकादशी से हुई थी, जो बहुत ही शुभकारी माना जाता है.