पश्चिमी चंपारण जिला में नववर्ष के अवसर पर आज जिला के सभी पिकनिक स्पॉट गुलजार रहे. जवान से लेकर अधेड़ तक नए साल के जश्न में डूबे रहे. इस अवसर पर सैलानियों की भीड़ बेतिया के सरेया मन व भिखनाठोरी भी पहुंची.
कई सैलानियों को भवानीपुर चेक पोस्ट से लौटे सैलानी
वन विभाग की सख्ती के कारण कई सैलानियों को भवानीपुर चेक पोस्ट से ही वापस लौटना पड़ा. हालांकि सैलानियों को वन के अंदर नहीं जाने देने के वन विभाग के फरमान के बावजूद सैकड़ों की संख्या में सैलानी भिखनाठोरी में नए साल का जश्न मनाते व मौज- मस्ती करते नजर आये. इनमें से कुछ एक दो दिन पहले तो कुछ नेपाल के रास्ते ठोरी पहुंचे थे.
युवक- युवतियां अपने- अपने ढंग से जश्न मनाने में जुटे रहे
जिला के भिखनाठोरी में पंडई नदी के किनारे कहीं सेल्फी लेती युवाओं की टोली तो कहीं फिल्मी गीतों के धुन पर नाचती युवक- युवतियों की मंडली नए साल के जश्न में चार चांद लगा रही थीं. सभी अपने- अपने ढंग से जश्न मनाने में जुटे रहे.
प्राकृतिक सौंदर्य सैलानियों को यहां खींच लता है
भिखनाठोरी का प्राकृतिक सौंदर्य उन्हें हर साल पहली जनवरी को नए साल का जश्न मनाने के लिए खींच लाता है. वे हर साल सपरिवार पहुंचते हैं. कोरोना के चलते पिछले साल नहीं आ सके थे. लेकिन इस साल वे नेपाल के रास्ते यहां पहुंचे है.
नववर्ष पर इस जगह की सुदंरता और बढ़ जाती है
बीरगंज व रक्सौल से आये आदित्य व मृणाल ने कहा कि वैसे तो वे अक्सर भिखनाठोरी आते रहते हैं, लेकिन नव वर्ष के अवसर पर इस जगह की सुदंरता और बढ़ जाती है और यहां नये साल का जश्न मनाने का मजा ही कुछ और है. ठोरी में देर शाम तक सैलानियों का जमावड़ा लगा रहा.