रांची : झालसा के निर्देशानुसार, माननीय न्यायायुक्त के मार्गदर्शन पर झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा आज रांची जिला के तमाड़ प्रखण्ड के बाढ़ू, अमलेसा व कोकाडीह गांव में ‘‘डोर-टू-डोर’’ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया. ‘‘डोर-टू-डोर’’ जागरूकता कार्यक्रम में पैनल अधिवक्ता, राजेश कुमार सिन्हा, पीएलवी सोमानदी देवी, रूकमनी देवी, फुलेश्वरी देवी, मुक्तेश्वर पाहन एवं राजा समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
अधिवक्ता राजेश कुमार सिन्हा ने मिलनेवाली सुविधाओं से अवगत कराया
डालसा के पैनल अधिवक्ता राजेश कुमार सिन्हा ने उपस्थित लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची से मिलनेवाले सुविधाओं के बारे में अवगत कराया तथा उन्होंने कहा कि डालसा का पीएलवी ब्लॉक में रहता है, आप उनसे सहायता प्राप्त कर सकते है. उन्होंने नालसा एवं झालसा के द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इसके अलावा डायन-बिसाही के प्रति लोगों को जागरूक किये और कहा कि यह एक अंधविश्वास है.
अनिमा व सोनामनी ने पीड़ित मुआवजा के बारे में बताया
अनिमा मल्लिक एवं सोनामनी देवी ने उपस्थित लोगों को पीड़ित मुआवजा के बारे में विस्तार से बताया. इसके अलावा उन्होंने न्यायालय में चल रहे विवादों को मध्यस्थता के माध्यम से निबटारा करने पर बल दिया एवं राष्ट्रीय लोक अदालत, विशेष मध्यस्थता अभियान एवं लोक अदालत के बारे में विस्तार से उपस्थित लोगों को बताया. उन्होंने आगामी 11 फरवरी को आयोजित होनेवाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में भी जानकारी दी.
मजदूरों को नियोजन फार्म भरने के बारे में बताया
डालसा के पीएलवी ने मजदूरों का निबंधन हेतु नियोजन फार्म भरने के बारे में बताया, जिसके तहत उन्हें कई लाभकारी योजनाओं से जोड़ा जायेगा. शिशु प्रोजेक्ट के तहत कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चे को सरकार के द्वारा योजना से जोड़कर जो लाभ प्रदान किया जा रहा है, उस लाभ के बारे में विस्तृत से जानकारी दी गयी. डालसा के फुलेश्वरी देवी, तारामनी देवी के द्वारा उपस्थित लोगों के बीच पम्पलेट एवं लिफलेट का वितरण भी किया गया.