मेदिनीनगर : दुबियाखांड़ में आयोजित राजकीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर (Mithilesh Thakur) ने कहा कि योजनाओं का लाभ देने एवं लेने के लिए सभी की सहयोग जरूरी है. समाज के अग्रिम पंक्ति के लोग आगे आयें और सरकारी योजनाओं को बताने एवं लाभ लेने के लिए जन जागरूकता फैलाएं.
मेदिनीराय के सपनों का झारखंड बनाने का प्रयास हो रहा
राजकीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेले का लाभ आदिवासी समाज सहित अन्य लोगों को मिले इसके प्रयास हो रहे हैं. मेले के माध्यम से आदिवासियों को उनका हक, अधिकार देकर राजा मेदिनीराय के सपनों का झारखंड बनाने का प्रयास हो रहा है. मेले में विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाये गये हैं, जहां सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जा रही है. आमजन इसका लाभ उठाएं. यही राजा मेदिनीराय के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
राजकीय मेला घोषित होने के बाद पहली बार यह आयोजन : डीसी
उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे ने कहा कि राजकीय मेला घोषित होने के बाद पहली बार यह आयोजन हो रहा है. आगामी वर्ष में राज्यभर में इसका प्रचार- प्रसार होगा. पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि राजा मेदिनीराय सादगी, निश्चलता एवं बहादुरी के प्रतीक थे. उनकी यादों में लगाये जा रहे राजकीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला की भव्यता एवं लोकप्रियता और अधिक बढ़ेगी.
सोनपुर की तर्ज पर मेले का विस्तार है सपना : नामधारी
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि बिहार के सोनपुर मेले की तर्ज पर राजकीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेले का विस्तार उनका सपना है. आदिवासी महाकुंभ मेला का राजकीय मेला घोषित होना लोगों के लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि मेले को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए. मेले के माध्यम से आदिवासियों के समस्याओं का निदान होना चाहिए.
समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने इतिहास से अवगत कराया
मेला का आयोजन पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग एवं राजा मेदिनीराय स्मृति न्यास सह मेला समिति की ओर से किया गया था. मेला में मेदिनीराय स्मृति न्यास-सह- मेला समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए मेला के इतिहास से अवगत कराया.