MIT Pune : बढ़ते पेट्रोल एवं डीजल के दामों से निजात दिलाने के प्रयास में जुटे पुणे के एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी (MIT World Peace University) के विद्यार्थियों ने कम समय में बैटरी चार्ज होने के साथ-साथ बिना ड्राइवर के चलने वाली देश की पहली कार का निर्माण कर लिया है. इस कार को व्यावसायिक स्वरूप दिए जाने के लिए अभी कुछ सरकारी मंजूरियां लेनी बाकी है.
यह ऑटोनॉमस व्हीकल लेवल- 3 पर बेस्ड : यस देसाई
एमआईटी पुणे (MIT Pune) में बने इस कार को सड़क पर निर्बाध रूप से चलाने को व्यावहारिक रूप देने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्युनिकेशन के विद्यार्थियों ने मिलकर शुरुआत की और उन्हें सफलता मिली. कार निर्माण से जुड़े यस देसाई के अनुसार यह ऑटोनॉमस व्हीकल लेवल- 3 पर बेस्ड है और इलेक्ट्रिक पावर ट्रेन के लिए एक बीएलडीसी इलेक्ट्रिक मोटर और लिथियम आयरन फास्फेट बैट्री का उपयोग किया गया है.
MIT Pune : आधुनिक सेंसर और कैमरे लगे हैं कार में
यस देसाई बताते हैं कि इस बिना चालक की इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) की स्टीयरिंग व्हील थ्रोटल और ब्रेक को विभिन्न प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम से साधा गया है. इस कार में सेंसर, लीडर कैमरा, माइक्रोप्रोसेसर, ऑटोमेटिक एक्शन कंट्रोल सिस्टम जैसे अत्याधुनिक फीचर्स दिए गए हैं.
MIT Pune : फुल चार्ज होने में 4 घंटे का समय लगेगा
इंसानी भूल-चूक की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के आइडिया को सफल अंजाम दे चुकी टीम के यस देसाई (Yash Desai) बताते हैं कि एक बार चार्ज करने के पश्चात यह मानव रहित कार 40 किलोमीटर (40Km) तक का सफर तय कर सकती है. इस बैटरी को फुल चार्ज होने में 4 घंटे का समय लगेगा. कार बनाने वालों का यह भी कहना है कि इस वाहन का उपयोग परिवहन, कृषि, खनन जैसे कई अलग-अलग क्षेत्रों में किया जा सकता है.