गिरिडीह जिले के देवरी थाना अंतर्गत से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर लोग आक्रकोशित हो गये. दरअसल यहां एक नवजात बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. आरोपी को पकड़ने एक घर में छापेमारी करने गयी देवरी पुलिस की टीम में शामिल पुलिसकर्मी के पैर से दब जाने से एक बच्चे की मौत हो गयी. बच्चा चार दिन पूर्व ही जन्मा था.
यह घटना देवरी थाना क्षेत्र के कोशोगोंदोदिघी गांव की बतायी जा रही है. घटना की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी संगम पाठक सह पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे. जिसके बाद नवजात की शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेजने का काम किया गया. डिप्टी SP संजय राणा ने मामले को लेकर कहा कि इस संबंध में जांच की जा रही है. शव का पोस्टमॉर्टम मेजिस्ट्रेट के सामने करवाया जा रहा है. पोस्टमॉर्टम के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
खबरों की मानें तो गिरिडीह में पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने पर कथित तौर पर हुए बच्चे की मृत्यु का मामला सामने आने से ग्रामीणों में रोष है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि ऐसा कुकृत्य होता है तो उसकी निंदा भी होगी और कार्रवाई भी होगी. यह देश संविधान से चलेगा.
जानें क्या है पूरा मामला
मृतक बच्चे की मां नेहा देवी पति रमेश पांडेय ने मामले को लेकर मीडिया से बात की और बताया कि बुधवार की अहले सुबह तीन बजे देवरी थाना की पुलिस की टीम उसके घर पहुंची थी. पुलिसकर्मियों के द्वारा उनके ससुर भूषण पांडेय को खोजा जा रहा था. छापेमारी जब हो रही थी तो पुलिस कर्मियों के कमरे में प्रवेश हो जाने पर कमरे में मौजूद सदस्य बाहर निकल गए. वहीं, उसका चार दिन पूर्व में जन्म लिया बच्चा घर के चौकी पर सो रहा था. पुलिस के कमरे से बाहर निकलने के बाद कमरे के अंदर बच्चे के पास गयी थी. बच्चे के शरीर में किसी प्रकार की गतिविधि नजर नहीं आ रही थी. परिजनों का कहना है कि पुलिसकर्मी के पैर से दब जाने से मासूम ने दम तोड़ दिया.
जहां मासूम बच्ची की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं ग्रामीणों के रोष है. परिजनों ने पुलिस जवान पर आरोप लगाया है. फिलहाल, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.