रांची : झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) के अधिवक्ता झारखंड स्टेट बार काउंसिल (Jharkhand State Bar Council) के आह्वान पर शुक्रवार को न्यायिक कार्य से दूर रहे. हालांकि, सरकारी अधिवक्ता कोर्ट रूम पहुंचे और केस में पैरवी की. महाधिवक्ता राजीव रंजन ने भी कई मामलों में पैरवी की. उन्होंने बताया कि हाई कोर्ट के सभी कोर्ट रूम में सामान्य रूप से काम हो रहा है. कई अन्य वकीलों ने भी काउंसिल के निर्णय को दरकिनार करते हुए पैरवी की.
सरकारी अधिवक्ता केस में पैरवी करने पहुंचे
इधर, झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) में शुक्रवार को कोर्ट फीस संशोधन विधेयक वापसी की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर अधिवक्ता हाई कोर्ट पहुंचे, लेकिन वे कोर्ट रूम में पैरवी के लिए नहीं गए. वहीं, महाधिवक्ता के दिशा निर्देश के आलोक में सरकारी अधिवक्ता कोर्ट रूम अपने केस में पैरवी करने के लिए पहुंचे थे. हाई कोर्ट परिसर स्थित एडवोकेट हॉल और लॉयर्स चैंबर में भी अधिवक्ताओं की बहुत कम उपस्थिति दिखी. कई अधिवक्ता अपने स्थान पर बैठकर ही अपने कार्य करते दिखे.
एडवोकेट एसो की अध्यक्ष ने कहा- काउंसिल के आह्वान पर केस में पैरवी नहीं करेंगी
झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) एडवोकेट एसोसिएशन की अध्यक्ष ऋतु कुमार ने कहा कि काउंसिल के आह्वान पर वे कोर्ट रूम में पैरवी करने नहीं जाएंगी. इससे पहले सुबह 10:15 से अधिवक्ता हाई कोर्ट पहुंचने लगे. वे काउंसिल के कार्य बहिष्कार के निर्णय पर आपस में चर्चा करते दिखे. उन्होंने काउंसिल के निर्णय को सही बताया. कई अधिवक्ता इस दुविधा में रहे कि वे कोर्ट रूम में जाएं या नहीं जाएं.
उल्लेखनीय है कि झारखंड स्टेट बार काउंसिल (Jharkhand State Bar Council) के निर्णय के मुताबिक राज्यभर के वकील शुक्रवार और शनिवार को न्यायिक कार्य से दूर रहेंगे. कई जालों में काउंसिल के आदेश के तहत वकीलों ने न्यायिक कार्य से खुद को दूर रखा है.