धनबाद : धनबाद शहर के जानेमाने हाजरा हॉस्पिटल में शुक्रवार देर रात भीषण आग लगने से डॉक्टर दंपति समेत पांच लोगों की मौत हो गयी. हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है. दमकलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. बताया जा रहा है कि हादसे के शिकार सभी लोगों की मौत दम घुटने की वजह से हुई है.
मृतकों में डॉक्टर दंपति, मेड व भांजा शामिल
जानकारी के अनुसार बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित शहर के जानेमाने हाजरा क्लिनिक एवं अस्पताल में देर रात करीब एक बजे आग लग गयी. जिससे डॉ. विकास हाजरा, उनकी पत्नी डॉ. प्रेमा हाजरा और उनकी मेड तारा देवी, डॉक्टर का भांजा समेत पांच लोगों की मौत हो गयी. एक व्यक्ति बुरी तरह से झुलस गया है.
अस्पताल परिसर में ही डॉक्टर का निवास था
बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में ही डॉक्टर दंपति का निवास स्थान था. अस्पताल और आवास के बीच कॉरिडोर है, जिसमें लगी आग फैलकर डॉक्टर दंपति के आवास तक पहुंच गयी. हादसे के दौरान अस्पताल में मौजूद सभी मरीज सुरक्षित हैं.
घटना के बाद पूरे धनबाद में मातम का माहौल है। सुबह से ही अस्पताल में लोगों और अधिकारियों का आना-जाना जारी है। मृत डॉक्टर दंपति और अन्य मृतकों के शोकाकुल परिजन भी धनबाद पहुंचने लगे हैं। मृतकों का शव धनबाद स्थित एसएनएमएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है।
धनबाद सिविल सर्जन बोले- मौत का कारण अत्यधिक धुंआ
मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे धनबाद के सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा ने बताया कि इस घटना में मरने वाले इतने नहीं झुलसे थे कि उनकी मौत हो जाए. मौत का कारण आग से उत्पन्न अत्यधिक धुंआ है. दम घुटने से सभी की मौत हुई है.
सभी कमरे में लॉक हो गए थे
घटना के समय ये सभी कमरे में लॉक हो गए थे, जिन्हें समय पर बाहर नहीं निकाला जा सका. अस्पताल के निरीक्षण में पाया गया कि यहां सभी नियमों का पालन किया गया था. फायर फाइटिंग के लिए इक्यूपमेंट भी लगे हैं लेकिन आग लगने की स्थिति में उत्पन्न हुई हड़बड़ाहट के कारण उनका उपयोग नहीं किया जा सका.
धनबाद डीसी भी पहुंचे, बोले- आग का कारण शॉर्ट सर्किट
घटनास्थल पर मौजूद धनबाद के उपायुक्त संदीप कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यहां लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इसीलिए मृत डॉक्टर दंपति के परिजनों को कहा गया है कि पहले बिजली विभाग की टीम से अस्पताल परिसर में लगे बिजली सामग्रियों की अच्छे से जांच कराने के बाद ही अस्पताल को फिर से प्रयोग में लाया जाए. फिलहाल, मामले की गहनता से जांच की जा रही है.