रेसलिंग फेडरेशन इंडिया (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सरन सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की शाम को होने वाली प्रेस क्रांफ्रेंस (Press Conference) को रद्द कर दिया गया है. इससे पहले आज तीन बार क्रांफ्रेंस के समय को बदला गया. पहले क्रांफ्रेंस का समय दोपहर में 12 बजे था, फिर इसे बदलकर 4 बजे किया और उसके बाद 6 बजे किया गया. अंत में क्रांफ्रेंस को रद्द कर दिया गया.
हम औपचारिक रूप से इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने के लिए अधिकृत नहीं
डब्ल्यूएफआई (WFI) प्रमुख बृजभूषण सरन सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने एक बयान में कहा, “हम औपचारिक रूप से इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं. वह (बृज भूषण शरण सिंह) डब्ल्यूएफआई की वार्षिक आम बैठक में 22 जनवरी को मीडिया को संबोधित करेंगे. हमने खेल मंत्रालय को अपना आधिकारिक बयान दे दिया है.” इससे पहले डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने एक बयान में पहलवानों के विरोध की तुलना शाहीन बाग धरने से की, साथ ही कहा कि इस पूरे मामले में कांग्रेस की साजिश है.
मेरे खिलाफ पहलवानों का विरोध शाहीन बाग का धरना
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,“मेरे खिलाफ पहलवानों का विरोध शाहीन बाग का धरना है. प्रदर्शनकारी खिलाड़ी कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा के हाथों का खिलौना बन गए हैं. मेरे खिलाफ इस तरह की साजिश करीब तीन दशक पहले कांग्रेस ने की थी. एक बार फिर साजिश दोहराई गई है. मैंने पहले कहा था कि साजिश थी और इसके पीछे बड़ी ताकतें हैं. अब वो ताकतें खुलकर सामने आ रही हैं.. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और दीपेंद्र हुड्डा के ट्वीट और बयानों से तस्वीर और साफ हो गई है. यह हमला सिर्फ मुझ पर नहीं, बल्कि मेरे जरिए भारतीय जनता पार्टी पर है.”
पहलवानों ने अध्यक्ष पर यौन शोषण और वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया
बता दें कि विनेश, बजरंग, साक्षी, रवि और दीपक सहित कई बड़े पहलवान बुधवार से डब्ल्यूएफआई और उसके अध्यक्ष बृज भूषण सरन सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं. पहलवानों ने आज भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा को डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृज भूषण सरन सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ ‘यौन उत्पीड़न’ की शिकायतों पर पत्र लिखा है. आईओए अध्यक्ष को लिखे पत्र में स्टार पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर यौन शोषण और वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है.