Khunti : पोप फ्रांसिस के भारत और नेपाल के राजदूत लियोपोल्डो गिरेली रविवार को कैथलिक महिला संघ की रजत जयंती समारोह में शामिल हुए. महिला संघ और युवा संघ ने पारंपरिक नृत्य के साथ अतिथियों का स्वागत किया. महिला संघ ने पोप के राजदूत और बिशप समेत सभी मंचासीन अतिथियों को आदिवासी परिधान से निर्मित अंगवस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया.
राजदूत ने महिलाओं के पारंपरिक नृत्य शैली की सराहना की
पोप के राजदूत ने खूंटी (Khunti) की महिलाओं के पारंपरिक नृत्य शैली की सराहना करते हुए कहा कि यहां आकर मैं बेहद अभिभूत हूं. इसलिए मैं जो लिखकर लाया हूं, उसे नहीं बोलूंगा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में सफेद और पीला वस्त्र का मिश्रण ख्रीस्तीयता का प्रतीक है. सफेद रंग धरती तथा पीला स्वर्ग को इंगित करता है यानी निरंतर हम स्वर्ग की ओर ईश्वर से मिलने की राह पर अग्रसर हैं. निश्चय ही खूंटी की कलीसिया और महिला संघ ईश्वर के प्रेम को परिवार और समाज में बांटकर ईश्वर के बेटा-बेटी होने का एहसास कराते हैं.
यहां की महिलाएं अनुशासित और सेवा भावना से परिपूर्ण
पोप के राजदूत ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यहां की महिलाएं अनुशासित और सेवा भावना से परिपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि कलीसिया के लिए जुबली प्रभु के अनुग्रह का वर्ष है. पाप, क्षमा एवं मेल- मिलाप का वर्ष है. ईसा मसीह बताते हैं कि वह संहिता को समझाने नहीं, बल्कि उसे पूरा करने के लिए आए हैं. इसलिए धर्म समाज से जुड़े लोगों को कलीसिया को धार्मिक आचरण में रहकर एक दूसरे के सुख- दु:ख में बराबर का भागीदारी होना चाहिए.
इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में खूंटी (Khunti) के बिशप विनय कंडुलना, हजारीबाग के बिशप आनंद जोजो, लूथरेन चर्च के बिशप विकर जनरल फादर बिशु वेंजामिन आईंद, सिसई के विधायक झिरगा मुंडा, फादर अनिल होरो, फादर रेमंड केरकेट्टा, फादर सिरिल गुड़िया, फादर बेनेदिक बारला, फादर सुनील कंडुलना, पीटर मुंडू, खूंटी धर्मप्रान्तीय कैथोलिक महिला संघ की उर्सुला नाग, जोसफीन हमसोय, मेलानी सांगा, तेरेसा बोदरा, अगुस्टिना लुगुन, किरण आईंद, ज्योति मिंज समेत उर्सुलाइन, संत अन्ना, क्लारिसियन सिस्टर्स, तेरेसियन करमेलाइट समेत विभिन्न धर्मसमाज के सदस्य उपस्थित थे.