पूर्व राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद की ऐतिहासिक पहलकदमी और धार्मिक चिंतनशीलता से नवादा नगर में भव्य गोवर्धन मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. परिसर में दक्षिण भारत शैली और अद्भुत वास्तुशिल्प शिल्प से निर्मित मंदिरों में श्री राधा कृष्ण, श्री शिव परिवार और श्री हनुमान जी महाराज की प्राण प्रतिष्ठा हेतु नौ दिवसीय श्री हरिहर महायज्ञ की तैयारी पूरी हो गयी है.
कलश यात्रा में रहेंगे हाथी, घोड़ा, ऊंट और बैंड बाजा
इस अवसर पर 27 जनवरी को 8 बजे प्रातः से भव्य कलश यात्रा निकाली जायगी, जिसमें हाथी, घोड़ा, ऊंट और बैंड बाजे के साथ यज्ञमंडप में प्रवेश किया जायगा. गोवर्धन मंदिर समिति के सचिव महेंद्र यादव ने बताया कि परम पूज्य लक्षमणकिलाधीश महंथ श्री मैथली रमण शरण जी महाराज के पवन सान्निध्य में नौ दिवसीय समागम का आयोजन किया गया है. देश के सुप्रसिद्ध विद्वान् आचार्यों द्वारा वैदिक विधान से देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा और गुंबज स्थापित किया जायगा.
28 जनवरी से श्रीमद्भागवतकथा व 27 जनवरी से रासलीला दर्शन
उन्होंने बताया कि हरिश्चंद स्टेडियम के भव्य पांडाल में 28 जनवरी से 3 फ़रवरी तक श्रीमद्भागवतकथा और 27 जनवरी से 4 फ़रवरी तक रासलीला दर्शन का सौभग्य प्राप्त हो सकेगा. कथावाचक राधेश्याम शास्त्री के दिव्य प्रवचन से यज्ञ प्रेमी लाभान्वित होंगे, जबकि यज्ञाचार्य आचार्य उमेश दत्त शुक्ल के मंत्रोच्चार से यज्ञ कार्य संपन्न कराया जायगा.
मंदिर निर्माण में 10 साल से लगे थे कारीगर, कलाकार व इंजीनियर
मंदिर निर्माण के संबंध में उन्होंने बताया कि इसमें केवल और केवल आस्था का ख्याल रखा गया है जिसमे दस साल से जुटे कारीगरों, कलाकारों, इंजीनियरों और कार्यकर्ताओं की मेहनत रंग लाई है. उन्होंने नवादा जिला ही नहीं अंतर्राज्यीय यज्ञ प्रेमियों और आस्थावानों को भी संपूर्ण यज्ञ मुहूर्त में उपस्थित होने का न्योता दिया है .