रांची : आज सुबह 06 बजे गुरु महाराज रेल मार्ग द्वारा चलकर शिवगंज, हरमु रोड स्थित सत्संग भवन राँची पहुंचे जहा उनके शिष्यो के द्वारा भव्य स्वागत किया गया. आज अपराह्न तीन से छह बजे तक मंगलाचरण के साथ कथा प्रारंभ हुई. कथा का समय श्रीमद् भागवत कथा के यजमान सुनीता राजू अग्रवाल एवं परिवार के सभी सदस्यों तथा संस्था के सदस्यों ने श्रीमद् भागवत का पूजन तथा स्वामी श्री सदानंद जी महाराज को माल्यार्पण, चंदन- वंदन कर उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तों के साथ श्रीमद् भागवत की आरती की.
श्री कृष्ण कथा मधुर रस युक्त, सबको प्रिय लगती है
शिवगंज, हरमू रोड स्थित सत्संग भवन में श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समिति द्वारा आयोजित चतुर्थ दिवसीय श्री कृष्ण कथा के व्यासपीठ पर विराजमान स्वामी श्री सदानंद जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री कृष्ण कथा मधुर रस युक्त है. बालक, युवा एवं वृद्ध सभी को प्रिय लगती है. भगवान श्री कृष्ण के यश का श्रवण और कीर्तन दोनों पवित्र करने वाला है.
भगवान श्री कृष्ण अशुभ वासनाओं को नष्ट कर देते हैं
भगवान श्री कृष्ण अपने कथा सुनने वालों के हृदय में आकर विराजमान हो जाते हैं एवं उनके अशुभ वासनाओं को नष्ट कर देते हैं. जब अशुभ वासना नष्ट हो जाती है, तब भगवान श्री कृष्ण के प्रति स्थायी प्रेम की प्राप्ति होती है. हृदय में आप स्वरूप भगवान का साक्षात्कार होते ही हृदय की ग्रंथि टूट जाती है और सारे संदेश स्वयं मिट जाते हैं और कर्म बंधन सुन्न हो जाता है.
सकारात्मक सोच रखें, अच्छा बर्ताव करें
मानव को सदा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए. अपने से बड़े पुरुषों के प्रति आदर- सम्मान, छोटों के प्रति दया, बराबर वालों के प्रति के साथ मित्रता एवं समस्त जीवों के साथ क्षमता का बर्ताव करने से परमात्मा प्रसन्न होते हैं. जिन पुरुषों के कर्म से तैनात ना तो धर्म का संपादन होता है ना वैराग्य उत्पन्न होता है. नयी भगवान की सेवा संपादन होती है वह पुरुष जीते जी मुर्दे के समान है.
आयोजन को सफल बनाने में इनकी रही भूमिका
आयोजन को सफल बनाने में संरक्षक बसंत, डूंगरमल अग्रवाल, उपाध्याय राजेंद्र प्रसाद अरवाल, निर्मल जालान, सचिव मनोज चौधरी, शिव भगवान अग्रवाल, बिजय अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, अरुण केडिया, प्रभात गोयल, नवल अग्रवाल, पूरणमल सर्राफ, अमित पोद्दार, प्रमोद सारस्वत, सुरेश अग्रवाल, विष्णु सोनी, ओम प्रकाश सरावगी, सुरेश चौधरी एवं महिला मंडल की श्रीमती विद्या देवी अग्रवाल, संतोष देवी अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, उर्मिला पडिया, आशा मिश्रा, आशा सिंह, कविता चौधरी सहित काफी संख्या में भाई-बहन सेवा कार्य में लगे हुए हैं. यह सभी जानकारी संस्था के उपाध्याय राजन प्रसाद अग्रवाल ने दी. राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने दी.