भाजपा के पुराने दोस्त ने ऐसी बात कह दी है जो शायद एनडीए के घटक दलों को पसंद ना आये. दरअसल शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत के प्रधानमंत्री बनने के योग्य हैं और देश की सबसे पुरानी पार्टी के बिना कोई भी तीसरा मोर्चा सफल साबित नहीं होने वाला है.
संजय राउत ने आगे कहा कि राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा का मकसद घृणा और डर को दूर करना है और उनका उद्देश्य बहुत ही साफ है. वे अपनी पार्टी के बैनर तले विरोधी दलों को एकजुट करने के लिए इस यात्रा में नहीं निकले हैं.
संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वैचारिक और राजनीतिक मतभेदों से अलग वह (गांधी) अपना नेतृत्व कौशल दिखाएंगे और एक बड़ी चुनौती (वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा के लिए) बनेंगे. वह एक करिश्मा करते नजर आने वाले हैं.
शुक्रवार को बरसात के बावजूद हटली मोढ़ से चंदावल के बीच 13 किलोमीटर तक राहुल गांधी के साथ पैदल चलने वाले संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस के बारे में भाजपा गलत धारणा फैला रही है, लेकिन यह यात्रा राहुल के बारे में उनकी सभी मिथकों को तोड़ देगी. क्या राहुल गांधी भारत के प्रधानमंत्री बनने के योग्य हैं, इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा क्यों नहीं…
संजय राउत ने कहा कि गांधी ने खुद ही कहा है कि वह प्रधानमंत्री बनने के इच्छुक नहीं हैं, लेकिन ‘‘जब लोग उन्हें शीर्ष पद पर देखना चाहेंगे, तो उनके पास कोई विकल्प नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3500 किलोमीटर हर कोई नहीं चल सकता. इसके लिए बहुत अधिक समर्पण और देश के लिए प्यार की जरूरत पड़ती है. उन्होंने अपने देश के लिए अपनी चिंताओं को जाहिर किया है और मैं इस यात्रा में कोई राजनीति नहीं देखता.
कांग्रेस के बिना तीसरे मोर्चे के विचार को खारिज करते हुए राउत ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में बहुत दम है और देशभर के हर कोने और नुक्कड़ पर इसकी मौजूदगी देखने को मिलती है.