कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने अडानी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग की है. खड़गे ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि सरकार इस मसले की जांच के लिए जेपीसी का गठन करेगी. क्योंकि यह सरकार किसी से डरती नहीं है.
पीयूष गोयल ने दिया जवाब- आरोप सिद्ध होने पर ही जेपीसी बैठती है
हालांकि सदन में मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) की इस मांग पर सत्ता पक्ष की ओर से जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि किसी मुद्दे पर जेपीसी तब बैठती है जब आरोप सिद्ध हो जाए. किसी निजी व्यक्ति के मुद्दे पर जेपीसी नहीं बैठायी जाती है. खड़गे ने सदन में प्रधानमंत्री के लगातार चुनावी दौरे को लेकर भी सवाल उठाया.
Mallikarjun Kharge ने PM के चुनावी दौरे पर ली चुटकी
खड़गे ने पीएम मोदी के हालिया कुलबर्गा दौरे पर चुटकी लेते हुए कहा कि पीएम मोदी अब उनके पीछे पड़ गए हैं. खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी ने उनके संसदीय क्षेत्र में कल दो- दो मीटिंग की हैं. खड़गे के इस बयान पर पूरा सदन हंस पड़ा.
Mallikarjun Kharge ने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की
खड़गे ने अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलने के बजाय मोदी सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि देश में इस वक्त 30 लाख पद खाली हैं. सरकार इनमें भर्तियां क्यों नहीं कर रही है? सरकार को पब्लिक सेक्टर को मजबूत करना चाहिए. लेकिन वह चंद उद्योगपतियों को बढ़ा रही है.
हर जगह नफरत फैल रही, पीएम रोकें
खड़गे ने कहा कि आज हर जगह नफरत फैल रही है. जिसे जनता के प्रतिनिधि ही बढ़ावा दे रहे हैं. पीएम मोदी को इन्हें रोकना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकारी उपक्रमों का निजीकरण कर सरकार लोगों की नौकरियां छीन रही है. युवाओं को उनके अधिकारों से वंचित कर रही है.
संबोधन में अडानी समूह व सरकार को निशाना बनाया
खड़गे ने अपने संबोधन में बार-बार अडानी समूह पर आरोप लगाए और सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जान-बूझकर अडानी समूह को लाभ पहुंचा रही है. हालांकि खड़गे के इस आरोप पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जतायी और साफ कहा कि सदन में तर्क और तथ्य पर ही बात होनी चाहिए.
सभापति बोले- विदेशी संस्थानों के आरोपों पर ध्यान नहीं देना चाहिए
धनखड़ ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर कहा कि किसी विदेशी संस्थानों के आरोपों को हमें इतनी गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. हमें अपने संस्थानों पर भरोसा रखना चाहिए. खड़गे ने अडानी समूह पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढ़ाई साल में 13 गुना बढ़ गयी है. यह बिना सरकार के मदद के संभव नहीं है.
गुजरात में किसान को एसबीआई एनओसी नहीं देती है
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि गुजरात में एक किसान को एसबीआई 31 पैसे बकाया होने के कारण एनओसी नहीं देती है लेकिन अडानी समूह को को लाखों करोड़ का कर्ज मिल जाता है. उन्होंने कहा कि देश में 41 फीसदी शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं. इन्हें भरा नहीं जा रहा है. गरीब और गरीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर हो रहा है.
‘नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं…
युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. सरकार इन मुद्दों पर संवाद ही नहीं करती है. उन्होंने अपने भाषण के अंत में जेपीसी की मांग को पुन: दोहरते हुए वीरेन्द्र वत्स की लाइन ”नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं, जमी पर चांद सितारों की बात करते हैं” को दोहराते हुए मोदी सरकार की आलोचना की.