अशोक शर्मा
रांची : लगन शुरू हो गए. इसी के साथ लगन बाजार में रौनक भी बढ़ गयी. गहनों का बाजार हो या फिर गारमेंट्स का सब जगह भीड़ शुरू हो गयी. सबसे ज्यादा भीड़ ज्वेलरी शोरूम में हो रही है. लाइट वेट से लेकर हैवीवेट की ज्वेलरी नए-नए डिजाइनों में शोरूमों में उपलब्ध करायी गयी है. कई ऑफर भी बाजार में हैं. डायमंड ज्वेलरी में भारी छूट तो गोल्ड ज्वेलरी में मेकिंग चार्ज पर डिस्काउंट. इस बीच हर दिन सोने की कीमत भी बढ़ रही है.
हल्के वजन के डिजाइनर गहने की मांग सबसे ज्यादा
शादी विवाह के लिए हल्के वजन के डिजाइनर गहने सबसे ज्यादा मांग में हैं. 30 ग्राम से लेकर 80 ग्राम तक के सोने के गहनों के सेट पहली पसंद है. गले का हार, चूड़ियां, मंगलसूत्र, सगाई और तिलक की अंगूठी, मांग टीका आदि की मनमोहक डिजाइनें बाजार में उपलब्ध हैं. डायमंड ज्वेलरी में सिंगल डायमंड सॉलिटेयर कलेक्शन काफी पसंद किया जा रहा है.
एंटीक ज्वेलरी का अलग ही उपभोक्ता बाजार
एंटीक ज्वेलरी का अपना अलग ही उपभोक्ता बाजार है. देखने में भारी, लेकिन वजन में हल्के भी रहते हैं. हॉलमार्किंग ज्वेलरी की सबसे ज्यादा मांग है. बाजार में 22 कैरेट की गोल्ड ज्वेलरी सबसे ज्यादा बिकती है. हालांकि उप नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों से ग्राहकी 18 और 20 कैरेट के आभूषण भी खरीदती है.
हॉलमार्क वाली ज्वेलरी खरीदें, पक्का बिल जरूर लें
सोने के गहनों की खरीदारी करते समय विशेष सावधानी रखने की भी जरूरत है. हमेशा हॉलमार्क वाली ज्वेलरीखरीदनी चाहिए, क्योंकि इसी से सोने की शुद्धता परिभाषित होती है. पक्का बिल जरूर लेना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की परेशानी और ठगी से बचा जा सके. डायमंड ज्वेलरी में दो ट्रेंड सर्वाधिक प्रचलन में है, जिनमें 4c और 1c का ध्यान रखना जरूरी होता है. 4c का मतलब कट कलर क्लैरिटी और कैरेट होता है, जबकि 1c का मतलब सर्टिफिकेट होता है.