Ramkatha

हनुमान चालीसा से प्रारंभ हुआ श्री राम कथा का पहला दिन

राँची

रांची : श्री राम कथा आयोजन समिति रांची के सानिध्य में हो रहे श्री राम कथा के प्रथम दिन के अवसर पर रांची के आश्रम, मठों और मंदिरों के संतो के द्वारा कथा प्रारंभ के पूर्व परम श्रद्धेय श्री राजन महाराज जी के सानिध्य में सभी संतों ने उद्घाटन किया. व्यास पीठ पर विराजमान परम पूज्य श्री राजन जी महाराज जी ने कथा स्थल में उपस्थित सभी श्रोताओं का अभिवादन किया.

जीवन में सुखी होना है, तो संतुष्ट रहें

राजन जी महाराज ने कहा मुझे प्रथम दिवस पर इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी. आज संक्रांत का दिन है. जिस दिवस पर मैं आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं. कथा प्रारंभ करते हुए उनका जीवन में सुखी होना है. सबसे पहले संतुष्ट रहने का स्वभाव अपने अंदर बनाना होगा और उसके लिए अच्छा कर्म और अच्छा कर्तव्य करें. यही संतुष्ट होने का कारण है.

सरस्वती बोलने की कला देती है, गणेश भाव

उन्होंने कहा अनुराग में पहुंचने के लिए राग में उतरना होगा. सर्वत्र परमात्मा का दर्शन तभी आपको हो सकता है. हमेशा याद रखें सरस्वती बोलने की कला देती है और गणेश बोलने का भाव देता है, तभी मनुष्य जो है वो कुछ कर सकता है.

हम निमित्त मात्र, जान लेंगे तो हमें अभिमान नहीं होगा

भगवत शरण में जाने के बाद ही मालूम होता है कि हम निमित्त मात्र है और जब हम निमित्त मात्र को जान लेंगे तो हमें अभिमान नहीं होगा. उन्होंने कथा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया जिसके जीवन में जैसा अनुभव हुआ वैसी कथा उन्होंने सुनाई.

कपट करेंगे, भगवान भी वैसा ही देगा

उन्होंने कहा जीव भी परमात्मा की शरण में आता है तो भगवान उसे सब कुछ देते हैं. लेकिन अगर हम भगवान के साथ कपट करेंगे, तो भगवान भी ऐसे ही देंगे जैसे दूध में पानी नहीं हमे दिखता. इसलिए हमें कपट से बचना चाहिए. मां का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि जो मां की शरण में रहेगा उसके जीवन में कभी संकट नहीं रहेगा.

भगवान शंकर के दर्शन कथा के माध्यम से कराया

कथा का श्रवण भगवान शंकर के दर्शन कथा के माध्यम से कराया. शंकर पार्वती विवाह पर विस्तृत चर्चा की और विवाह के उत्सव को साक्षात रूप में कथा स्थल पर लोगों के बीच उत्सव के माध्यम से बताया. शंकर पार्वती के विवाह पर चर्चा की. इसके पूर्व मंच पर मुख्य यजमान प्रेमचंद श्रीवास्तव व पत्नी उर्मिला श्रीवास्तव व उनके परिवार के द्वारा व्यास जी की आरती की गयी.

विशिष्टजनों ने ने महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया

संजय सेठ, सीपी सिंह, संजीव विजयवर्गीय, अरुण झा, केके गुप्ता, प्रदीप नर्सरिया, अंचल किंगर, धर्मेंद्र तिवारी, राकेश भास्कर, मदन लखोटिया, कमल सिंघानिया, कुणाल अजमानी सहित कई लोगों ने महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया.

श्रोताओ से भरा था पंडाल

4000 से ज्यादा लोगों ने कथा का श्रवण किया पूरा पंडाल आज श्रोताओ से भरा था. बुजुर्गों को महिलाओं को प्रथम प्राथमिकता देकर कुर्सियों पर बैठाया गया. कथा स्थल में पेयजल की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, चरण पादुका की व्यवस्था की गयी थी.

कल की कथा में श्रीराम जन्मोत्सव का प्रसंग

आयोजन समिति के प्रवक्ता प्रमोद सारस्वत ने बताया कि कल की कथा श्री राम जन्मोत्सव का प्रसंग है. कल  श्री राम जी के जन्मोत्सव का उत्सव मनाएंगे. श्री सारस्वत ने रांची की सभी धार्मिक और सामाजिक संस्था व धर्म प्रेमियों से आग्रह किया है कि 2:00 बजे से प्रारंभ होने वाली कथा में आप समय से पूर्व आवे और आकर अपना स्थान ग्रहण कर श्री राजन जी महाराज के मुखारविंद से श्री राम कथा की अमृत वर्षा का हरमू मैदान में आकर अवश्य आनंद ले और पुण्य अर्जित करें.

सेवा में लगे लोग

कथा स्थल में मुख्य संयोजक प्रकाश धेलिया, संयोजक मनीष साहू, बसंत शर्मा, नेमी अग्रवाल, मुकेश काबरा, प्रमोद सारस्वत, सजन पडिया, श्रवण अग्रवाल, दीपक पाठक, दीपक टाटिया, दीपक सरावगी, बनवारी राजू पोद्दार, प्रशांत श्रीवास्तव, जितेंद्र सिंह,  सोनू भारद्वाज,  राजू यादव, आनंद माणिक सहित काफी संख्या में सदस्य अपनी सेवा दे रहे हैं.

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