प्रेगनेंसी एक महिला के जीवन में एक परिवर्तनकारी अवस्था है और इस दौरान शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना महत्वपूर्ण है. प्रेगनेंसी के समय प्रसवपूर्व योगा सबसे अच्छे एक्सरसाइज में से एक है और यह सांस लेने की तकनीक पर ध्यान केंद्रित करके शरीर को जन्म के लिए भी तैयार करता है.
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की कुछ फेमस मम्मी का मार्गदर्शक बनीं
सेलिब्रिटी योगा ट्रेनर रूपल सिद्धपुरा फारिया एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की कुछ फेमस मम्मी जैसे करीना कपूर खान, सोहा अली खान और सुरवीन चावला के लिए एक विश्वसनीय मार्गदर्शक के रूप में उभरी हैं. इन मॉम्स ने अपनी प्रेगनेंसी के समय और बच्चे को जन्म देने के बाद भी रूपल के साथ कैसे योगा का अभ्यास किया आइये जानते हैं:
सोहा अली खान

सबसे फिट मॉम्स में से एक सोहा अली खान ने डीप ब्रीदिंग सीखने के लिए प्रसवपूर्व योगा करना शुरू किया जो उन्हें प्रसव और जन्म के समय मददगार साबित हुआ. जैसे- जैसे उनकी प्रेग्नेंसी आगे बढ़ी उनकी योगा रूटीन बदल गयी. रूपल कहती हैं “सोहा बहुत फिट हैं, इसलिए हमने और भी बहुत कुछ किया. बेशक मुझे यह ध्यान में रखना था कि भ्रूण हर हफ्ते कैसे विकसित हो रहा है, मैं तिमाही के आधार पर ट्रेन नहीं करती.”
करीना कपूर खान
सिस्टर- इन- लॉ सोहा अली खान की सिफारिश पर करीना कपूर खान ने एथलेटिक फुटवियर ब्रांड के लिए एक ऐड शूट से कुछ दिन पहले रूपल की मदद ली, जब वह बेटे जहांगीर के समय प्रेग्नेंट थीं. रूपल ने ऐसे आसनों को करीना के एक्सरसाइज रूटीन में शामिल किया जो न केवल देखने में खूबसूरत लगते थे बल्कि करने पर भी सुरक्षित थे.
रूपल कहती हैं- मैंने उन्हें आसानी से आसान करने के लिए प्रशिक्षित किया

रूपल कहती हैं “वास्तव में मैं उनसे शूटिंग की तैयारी के लिए मिली थी क्योंकि उसमें प्रसव योगा करना शामिल था. मैंने उन्हें आसानी से आसान करने के लिए प्रशिक्षित किया. प्रेगनेंसी के दौरान उनके शरीर में होने वाले सभी परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए मैंने ऐसे ऐसे आसन चुने जो उनके लिए सुरक्षित थे, जिसमें पीठ दर्द भी शामिल है.” बेटे जेह को जन्म देने के बाद करीना ने रूपल के साथ योगा सीखना शुरू कर दिया. प्रसवोत्तर योगा के कारण स्वस्थ होने और संतुलन हासिल करने में भी मदद मिली.
सुरवीन चावला
रूपल सिद्धपुरा फारिया ने प्रेगनेंसी के दौरान सुरवीन चावला को भी अपनी विशेषज्ञता प्रदान की है. रूपल के मार्गदर्शन ने सुरवीन को सक्रिय रहने, प्रेगनेंसी की असुविधाओं को कम करने और शांति की भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रूपल कहती हैं “सुरवीन ने डॉक्टर द्वारा इसकी सलाह दिए जाने के बाद प्रसवपूर्व योगा करना शुरू किया था. इसलिए मुझे दिनचर्या बनाते समय उनके आराम को भी ध्यान में रखना पड़ता था.”