रांची : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को राज्यपाल से मिला और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से झारखंड हिंदू धार्मिक ट्रस्ट बोर्ड अधिनियम को समाप्त करने और हिंदू देवी-देवताओं के मंदिर पर राज्य के नियंत्रण से मुक्त करने की मांग की.
हिंदू समुदाय के मन में अपने संस्थानों के प्रति स्वतंत्रता की भावना जागृत करने की आवश्यकता है
प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक ट्रस्ट बोर्ड अधिनियम को समाप्त करने के साथ हिंदू देवी-देवताओं के मंदिरों को झारखंड सरकार के नियंत्रण से मुक्त करने की मांग की. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हिंदुओं के धार्मिक संस्थानों पर राज्य सरकार का नियंत्रण 1947 से पहले की अंग्रेजी शासन की गुलामी के तहत ही है. 1947 में स्वतंत्रता के बाद हिंदू धर्म को छोड़कर अन्य सभी धार्मिक संस्थाएं बिना सरकार के हस्ताक्षर के अपनी संस्था को स्थापित करने और चलने के लिए पूर्णता स्वतंत्र है. उपरोक्त तथ्यों और परिस्थितियों को देखते हुए यह कानून को खत्म करना आवश्यक है और इस तरह हिंदू धर्म संस्थाओं को नियंत्रण से मुक्त किया जाना चाहिए. हिंदू समुदाय के मन में अपने संस्थानों के प्रति स्वतंत्रता की भावना जागृत करने की आवश्यकता है.
प्रतिनिधिमंडल में ज्ञापन में 15 बिंदुओं का भी उल्लेख किया गया
राज्यपाल से प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि कृपया इस गंभीर विषय पर संज्ञान लेते हुए कार्यकारी तंत्र को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश देने की कृपा करें. इसके लिए हम सभी सदैव आभारी रहेंगे. प्रतिनिधिमंडल में ज्ञापन में 15 बिंदुओं का भी उल्लेख किया गया है. प्रतिनिधिमंडल में प्रांत उपाध्यक्ष सुनील गुप्ता, प्रांत मंत्री डॉ वीरेंद्र साहू, महानगर अध्यक्ष कैलाश केसरी और सामाजिक समरसता प्रांत प्रमुख मितेश्वर मिश्र शामिल थे.