गढ़वा पुलिस ने भौवराहा जंगल से पीएलएफआई के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. एक उग्रवादी फरार होने में सफल रहा. उग्रवादियों की निशानदेही पर दो देसी राइफल, कट्टा, पिठू बैग, पीएलएफआई का पर्चा और वर्दी सहित दैनिक उपयोग के समान बरामद किये गये हैं.
परदेशी यादव व सीताराम चौधरी पकडे गये
गिरफ्तार उग्रवादियों में पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के करसो निवासी परदेशी यादव उर्फ प्रदीप यादव और गढ़वा जिला के डंडा थाना क्षेत्र स्थित भिखही निवासी सीताराम चौधरी शामिल हैं. फरार उग्रवादी की पहचान कमलेश यादव के रूप में की गई है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.
उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी मांगने की फ़िराक में थे
बताया जाता है कि पिछले कुछ समय से लगातार सूचना मिल रही थी कि इलाके में पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम पर परदेशी यादव एवं सहयोगी द्वारा विकास कार्य को बाधा पहुंचाने एवं ठेकेदार व जनप्रतिनिधि से हथियार का भय दिखाकर लेवी मांगने की कोशिश हो रही है.
एसडीपीओ के नेतृत्व में अभियान चलाया गया
गढ़वा एसपी अंजनी कुमार झा के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. इसी क्रम में सिंजो गांव स्थित भौवराहा जंगल से उग्रवादियों को पकड़ा गया. पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के करसो निवासी परदेशी यादव उर्फ प्रदीप यादव और गढ़वा जिला के डंडा थाना क्षेत्र स्थित भिखही निवासी सीताराम चौधरी पूर्व में जेजेएमपी नामक उग्रवादी संगठन का सदस्य रहा है.
सीताराम चौधरी 2018 में पीएलएफआई से जुड़ गया
2018 में जमानत मिलने और गढ़वा जेल से छूटने के बाद दोनों पीएलएफआई से जुड़ गया. इसके बाद इलाके में दहशत फैलाते हुए चिनिया, रंका, रमकण्डा, चैनपुर इलाके में लेवी वसूली के लिये दहशत फैलाने का काम किया जा रहा था.