रांची : चुटिया थाना क्षेत्र अंतर्गत एक्स्ट्रीम स्पोर्ट्स बार एंड ग्रिल में डीजे संदीप की गोली मारकर हत्या करने के मामले में चुटिया थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.एसएसपी की अनुशंसा पर रांची रेंज के डीआईजी अनुप बिरथरे ने चुटिया थाना प्रभारी उमाशंकर सिंह को सस्पेंड कर दिया जबकि एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने चुटिया थानेदार के बॉडीगार्ड और घटना के समय अरगोड़ा थाना के पेट्रोलिंग वाहन के एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया है.
रांची के एक्स्ट्रीम बार में हुई गोलीबारी और डीजे संदीप की हत्या के बाद यह जानकारी बाहर आयी थी कि चुटिया थाना प्रभारी ने अपने बॉडीगार्ड को ही मामले की जांच के लिए भेजा था. वह खुद मौके पर नहीं पहुंचे. इसकी वजह से इतनी बड़ी वारदात हो गयी. पूरे मामले में चुटिया पुलिस की अनुशासनहीनता सामने आयी थी. इस कांड के बाद यह निर्णय लिया गया कि सभी थानों में पदस्थापित बॉडीगार्ड को लाइन क्लोज किया जायेगा और उन्हें नये सिरे से अलग-अलग थानों में पदस्थापित किया जायेगा. इससे पूर्व डीजीपी ने राजधानी में बढ़ रहे अपराध पर अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में एक्स्ट्रीम बार हत्याकांड पर नाराजगी जताई थी.
उल्लेखनीय है कि 26 मई की देर रात चुटिया थाना क्षेत्र में एक्सट्रीम स्पोर्ट्स बार एंड ग्रिल में खाने-पीने के दौरान बार के बाउंसर और पांच लोगों के बीच विवाद हुआ था. इस दौरान बार के बाउंसर ने पांचों लोगों को जमकर पीटा था. सूचना मिलने पर चुटिया थाने के पदाधिकारी बार पहुंचे. पुलिस के आने से पहले एक व्यक्ति के छोड़कर अन्य सभी लोग वहां से चले गये थे. पुलिस उस एक व्यक्ति को चुटिया थाने ले गयी.
इसके बाद देर रात 01:18 बजे बार का डीजे संदीप उर्फ सैंडी टैक्सी के इंतजार में बार के बाहर स्थित लिफ्ट के पास खड़ा था. इस बीच लिफ्ट से एक हथियार बंद व्यक्ति दूसरे तल पर स्थित बार में आया और सैंडी को गोली मार दिया. उसने जाते वक्त बार के शीशे पर भी गोली दागी. गोली चलने की आवाज सुनकर गश्ती पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची घायल डीजे को रिम्स ले गयी, जहां उसकी मौत हो गयी.
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित अभिषेक सिंह उर्फ विक्की सिंह को बिहार के गया जिले के अलीपुर थाना क्षेत्र से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. इससे पूर्व 28 मई को पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस मामले में पुलिस तीन एफआईआर दर्ज कर अबतक 20 आरोपितों को जेल भेज चुकी है.