रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) ने भाजपा पर आदिवासियों के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि आज केंद्र सरकार भले ही देश कि राजधानी दिल्ली में आदि महोत्सव का आयोजन किया, लेकिन भाजपा ने आदिवासियों की हित कभी नहीं सोचा.
प्रधानमंत्री मोदी आदिवासियों को लेकर इतने सक्रिय क्यों
सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आदिवासियों को लेकर इतने सक्रिय क्यों हो गए हैं. प्रधानमंत्री आदिवासियों की हित की बात कर रहे हैं. आदिवासियों के द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट को बाजार देने की बात कर रहे हैं, लेकिन इस तरह की सोच इसके पहले कहां थी. पिछले 22 वर्षों से झारखंड में कभी आदिवासी महोत्सव नहीं मनाया गया, लेकिन सरना धर्म कोड पर केंद्र सरकार चुप है.
आदि महोत्सव में सरना धर्म पर क्यों कुछ नहीं बोले
सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आदि महोत्सव में सरना धर्म पर क्यों कुछ नहीं बोले. यह आदि धर्म मानने वाले और प्रकृति पूजक को व्यथित करता है. सुप्रियो ने कहा कि झारखंड का गठन अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में हुआ है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि 22 वर्ष के झारखंड में 16 साल से अधिक समय तक भाजपा का शासनकाल रहा. भाजपा के शासनकाल में कभी आदिवासी दिवस नहीं मनाया गया.
जनजातीय दिवस मनाने में 22 साल क्यों लग गए?
उन्होंने पूछा कि जनजातीय दिवस मनाने में 22 साल क्यों लग गए? हेमंत सोरेन की सरकार बनी तो आठ और नौ अगस्त को पहली बार जनजातीय दिवस मनाया गया. सुप्रियो ने कहा कि आप एक तरफ आदिवासी राज का हक छिन रहे हैं तो दूसरी ओर एक नई परछाई दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि संसद भी चल रहा है उसमें सरना धर्म कोड लागू कर दें. बार-बार आदिवासी के नाम पर खेलना बंद करें.