रांची : झामुमो विधायक चमरा लिंडा (JMM MLA Chamra Linda) ने मिशन 2024 के पूर्व रांची के प्रभात तारा मैदान में आदिवासी अधिकार महारैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया. इस महारैली में भारी संख्या में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से पारंपरिक हथियारों के साथ आदिवासी समाज के लोग पहुंचे. इस रैली के माध्यम से चमरा लिंडा ने केंद्र और राज्य सरकार को चेताया.
तीन साल में आदिवासियों के हित में कुछ नहीं हुआ
चमरा लिंडा (Chamra Linda) ने कहा कि झारखंड में कहने के लिए आदिवासियों की सरकार है लेकिन आज भी सबसे ज्यादा हाशिये पर राज्य के आदिवासी ही हैं. लिंडा ने कहा कि तीन साल में आदिवासियों के हित में सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. हमारी सरकार है फिर भी आदिवासियों को अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. भोक्ता समाज को पहले आदिवासी बनाया गया. अब एक बार फिर से भोक्ता समाज को महतो बनाने की तैयारी चल रही है. सरकार को झुकना होगा.
संवैधानिक अधिकारों को छुपा रही सरकारें
चमरा लिंडा (Chamra Linda) ने कहा कि दोनों ही सरकार एवं उनके अधिकारी अंग्रेजों और भारतीय संविधान द्वारा दिये गये संवैधानिक अधिकारों को छुपाने का काम करते रहे हैं, जबकि यह संवैधानिक अधिकार ही आदिवासियों की सुरक्षा कवच है. पांचवीं अनुसूची के प्रावधानों को जान-बुझकर लागू होने नहीं दिया जाता है.
13 जिलों में पांचवीं अनुसूची का प्रावधान लागू हो
यदि झारखंड के 13 जिलों में पांचवीं अनुसूची का प्रावधान लागू हो गया, तो आदिवासियों को किसी के आगे भीख नहीं मांगनी पड़ेगी. आदिवासी खुद ही स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बन जाएगा. लिंडा ने कहा कि कुरमी, तेली और अन्य जातियां आदिवासी बनना चाहती हैं.
भोक्ता को एसटी सूची में शामिल कर दिया, चैलेंज करेंगे
भोक्ता को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एसटी सूची में शामिल कर दिया, लेकिन क्यों. हम इसे सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करेंगे. अगर झारखंड में कुरमी को एसटी बनाने का किसी भी तरह का प्रयास हुआ तो झारखंड में 48 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा.