रांची : माननीय झालसा के निर्देशानुसार माननीय न्यायायुक्त-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के मार्गदर्शन पर व्यववहार न्यायालय, रांची के डालसा हॉल में 12 से 16 जून तक पारिवारिक मामलों के निष्पादन के लिए विशेष मध्यस्थता अभियान का आयोजन किया जाना सुनिश्चित हुआ है.
अभियान का प्रधान न्यायायुक्त व अन्य ने किया उद्घाटन
इस विशेष मध्यस्थता अभियान का प्रातः 7.30 बजे प्रधान न्यायायुक्त, कुटुम्ब न्यायालय, रशिकेश कुमार, अतिरिक्त न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, अनिल कुमार पाण्डेय,अतिरिक्त न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, श्रीमति संजीता श्रीवास्तव, डालसा सचिव, श्री राकेश रंजन, अध्यक्ष, आरडीबीए, रांची शंभु प्रसाद अग्रवाल, महासचिव, संजय कुमार विद्रोही, आरडीबीए, रांची के द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया. इस अवसर पर व्यवहार न्यायालय, रांची के न्यायिक दंडाधिकारी, मध्यस्थ, पीएलवी एवं अन्य मौके पर उपस्थित थे.
आपसी तालमेल व मध्यस्थता से वादों को सुलझाएं : रशिकेश कुमार
उदघाटन के दौरान रशिकेश कुमार ने मध्यस्थों और अधिवक्ताओं से कहा कि आपसी तालमेल व मध्यस्थता के माध्यम से अधिक से अधिक वादों को सुलझाएं, ताकि न्यायालय में लंबित वादों को कम किया जा सके. अनिल कुमार पाण्डेय ने कहा कि विशेष मध्यस्थता अभियान 16 जून तक व्यवहार न्यायालय, रांची में चलाया जायेगा.
अधिक लंबित वादों का निबटारा करना ही लक्ष्य
उक्त मध्यस्थता अभियान में अधिक से अधिक लंबित वादों का निबटारा करना ही हमारा मुख्य लक्ष्य होगा. सचिव श्री राकेश रंजन ने कहा मध्यस्थता के माध्यम से वादों को सुलझाने से पक्ष व विपक्ष दोनों को धन तथा समय की बचत होती है और न्यायालय का चक्कर कम लगाना पड़ता है.
पहले दिन कुल 41 मामलों में मिली सफलता
मध्यस्थता केन्द्र, रांची में आयोजित पांच दिवसीय विशेष मध्यस्थता अभियान के पहले दिन परिवार न्यायालय एवं विभिन्न न्यायालयों से कुल 73 मामले अग्रसारित होकर मध्यस्थता केन्द्र में प्राप्त हुए जिन्हें भिन्न-भिन्न मध्यस्थ को सुपुर्द किया गया, जिनमें कुल 41 मामलों में सफलता मिली.
दोनों पक्ष राजी-खुशी से मामले को समाप्त करने को तैयार
दोनों पक्ष राजी-खुशी से अपने मामले को समाप्त करने के लिए तैयार हो गये. अन्य मामलों में अभी अंतिम स्तर की बातचीत बाकी है, इसलिए वे मामले विशेष मध्यस्थ के पास अगले स्तर के सुनवाई के लिए लंबित है.