रांची : भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी. मरांडी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना गांव के पारंपरिक रोजगार हुनर और कौशल को बढ़ावा देने की योजना है.
प्रधानमंत्री ने इस योजना के लिए 13000 करोड़ रुपये अलग से आवंटित किए
मरांडी ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों को समर्थ बनाना, सक्षम बनाना और समृद्ध बनाना प्रधानमंत्री का मुख्य उद्देश्य है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस योजना के लिए 13000 करोड़ रुपये अलग से आवंटित किए हैं. इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले लोगों को एक सप्ताह और 15 दिन का प्रशिक्षण केटेगरी वाइज देकर उन्हें और भी कुशल बनाने का कार्य किया जाएगा.
सारी ट्रांजेक्शन डिजिटल माध्यम से ही की जाएगी
इस योजना के तहत प्रशिक्षण के बाद उपयोग में आने वाले टूल किट का भी प्रोत्साहन के रूप में वितरण किया जाएगा . उन्हें प्रमाण पत्र निर्गत की जाएगी. साथ ही उन्हें एक क्रेडिट कार्ड भी दिया जाएगा. सारी ट्रांजेक्शन डिजिटल माध्यम से ही की जाएगी. साथ ही सरकार इनके द्वारा बनाए गए वस्तुओं का मार्केटिंग की भी संपूर्ण व्यवस्था करेगी. इस योजना के तहत एक लाख से लेकर तीन लाख तक का लोन ले सकेंगे.