फार्मेसी काउंसिल में भ्रष्टाचार के आरोप, झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने राज्यपाल से की शिकायत
रांची, 27 जुलाई 2025 : झारखंड स्टेट फार्मेसी काउंसिल में कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर रविवार को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा का सात सदस्यीय शिष्टमंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो के नेतृत्व में राज्यपाल संतोष गंगवार से मिला। शिष्टमंडल ने दस्तावेजी साक्ष्यों के साथ कई गंभीर आरोप लगाए और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
🔎 देवेंद्रनाथ महतो द्वारा राज्यपाल के समक्ष रखी गईं मुख्य माँगें:
- गैर सरकारी रजिस्ट्रार प्रशांत कुमार पांडे का कार्यकाल 13 अप्रैल 2025 को समाप्त हो चुका है, फिर भी वे पद पर बने हुए हैं। उनके कार्यकाल में 500 से अधिक फर्जी निबंधन हुए, जिनकी SIT से जांच कराई जाए।
- काउंसिल में अध्यक्ष, सचिव और अन्य मनोनीत पदों पर केवल मूल झारखंडी सरकारी फार्मासिस्टों को नियुक्त किया जाए।
- पूर्व निर्वाचित सदस्यों के चयन की प्रक्रिया की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए।
- आगामी चुनाव स्वतंत्र आयोग द्वारा पारदर्शी तरीके से कराए जाएं।
- झारखंड के कई फार्मेसी कॉलेज PCI मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं, फिर भी काउंसिल के संरक्षण में संचालित हो रहे हैं — इनकी जांच हो।
- निर्वाचित सदस्य धर्मेंद्र सिंह, जो फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के कार्यकारिणी सदस्य भी हैं, CBI केस के आरोपी हैं — उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
🗣️ राज्यपाल ने दिया आश्वासन
राज्यपाल संतोष गंगवार ने शिष्टमंडल की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि वह मामले की विधिवत समीक्षा करेंगे।
