संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया. वोटिंग पीएम मोदी के भाषण के बाद हुई. पीएम ने आज तीसरे दिन सदन में जवाब दिया. पीएम ने लंबा जवाब दिया. इस दौरान विपक्ष वॉकआउट कर गया. विपक्षी दलों ने वी वांट मणिपुर के नारे भी लगाये.
यह इंडिया गठबंधन नहीं, घमंडिया गठबंधन है
अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम ने विपक्ष के गठबंधन इंडिया को घमंडिया गठबंधन कहा. उन्होंने कहा कि इन्हें लगता है देश के नाम का इस्तेमाल कर विश्वसनीयता अपनी बढ़ा लेंगे. सब प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. गौरतलब है कि विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर 26 जुलाई को केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया था. 27 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को स्वीकार किया था.
पीएम मोदी बोले – यह सरकार का नहीं, विपक्ष का फ्लोर टेस्ट
पीएम ने कहा कि मैं भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि उन्होंने विपक्ष को सुझाया और वे प्रस्ताव लेकर आए. 2018 में भी वे अविश्वास प्रस्ताव लाए थे. तब मैंने कहा था कि यह हमारी सरकार के लिए फ्लोर टेस्ट नहीं है. उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है.
विपक्ष का अविश्वास शुभ- जनता के आशीर्वाद से वापस आएंगे
पीएम ने कहा कि विपक्ष का अविश्वास हमारे लिए शुभ होता है. जनता ने इनके लिए नो कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया. चुनाव में एनडीए को कहीं ज्यादा सीटें मिलीं. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है. एनडीए और बीजेपी 2024 के चुनाव में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी.
आपके लिए राजनीति प्राथमिकता
विपक्ष के प्रस्ताव पर 3 दिनों से यहां काफी चर्चा हुई है. अच्छा होता कि सत्र की शुरूआत के बाद से ही विपक्ष गंभीरता के साथ सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेता. बीते दिनों इसी सदन ने और दोनों सदनों ने जनविश्वास बिल, मेडिकल बिल, डेंटल कमीशन बिल जैसे कई महत्वपूर्ण बिल यहां पारित किए. लेकिन आपके लिए राजनीति प्राथमिकता है. देश की जनता ने जिस काम के लिए उन्हें यहां भेजा, उस जनता से भी विश्वासघात किया गया है.
आप लोग तैयारी करके नहीं आए
आप जुटे तो अविश्वास प्रस्ताव पर जुटे. कट्टर भ्रष्ट साथी की सलाह पर मजबूर होकर जुटे. इस अविश्वास प्रस्ताव पर भी आपने कैसी चर्चा की. सोशल मीडिया पर आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं. मजा इस डिबेट का…फील्डिंग विपक्ष ने आॅर्गनाइज की, लेकिन चौके-छक्के यहीं से लगे.