बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के खिलाफ छापों में एक करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की गयी है. इसकी जानकारी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शनिवार को दी. जांच एजेंसी की ओर से बताया गया कि भारतीय रेल के ‘नौकरियों के बदले जमीन’ घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ छापों में एक करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की है और अपराध के माध्यम से प्राप्त 600 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला है.
केन्द्रीय एजेंसी ईडी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों के लिए रियल एस्टेट और अन्य क्षेत्रों में किये गये निवेशों का पता लगाने के लिए जांच जारी है. आपको बता दें कि ईडी ने शुक्रवार को लालू प्रसाद के पुत्र व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित परिसर सहित परिवार के सदस्यों के विभिन्न परिसरों पर छापा मारा. इस छापेमारी के बाद राजनीति भी तेज हो गयी है. कांग्रेस ने भी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जांच एजेंसी की कार्रवाई को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके ‘‘लोकतंत्र की हत्या का कुत्सित प्रयास’’ करने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के परिवार के कई परिसर पर ईडी की छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए यह बात कही.
सांसद संजय राउत ने क्या कहा
इधर सांसद संजय राउत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्ष के द्वारा जो पत्र लिखा है उसमें महाराष्ट्र से शरद पवार और उद्धव ठाकरे है, उसमें तेजस्वी यादव के भी हस्ताक्षर हैं और अब यह कार्रवाई की जा रही है. 2 दिन से लालू यादव और उनके परिवार के पर यह रेड चल रही है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार आपातकाल नहीं बल्कि तानाशाही से भी उपर उठ कर यह कर रही है.