रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने डुमरी विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव में वोटिंग के लिए जनता का आभार जताया. साथ ही शिक्षक दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी. उन्होंने नौ सितंबर को राष्ट्रपति भवन में जी 20 रात्रिभोज के लिए दिए जा रहे आमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बदले प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखने पर केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा.
भारत सरकार किस-किस चीज से इंडिया शब्द का नाम हटाएगी
भट्टाचार्य ने कहा कि कोई पार्टी या सरकार किसी नए गठबंधन से इतना भयभीत होगी, इसका अंदाजा तो हमें भी नहीं था. भय की पराकाष्ठा का यह सबसे बड़ा उदाहरण है. अब सवाल यह खड़ा होता है कि भारत सरकार किस-किस चीज से इंडिया शब्द का नाम हटाएगी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन रेलवे, इंडिया गेट, गेट वे ऑफ इंडिया, पीएम ऑफ इंडिया, टीम इंडिया, इंडियन फॉरेन मिनिस्ट्री सहित कई ऐसे नाम हैं, जिनको बदलना जरूरी होगा.
भाजपा और मोदी सरकार के लिए इंडिया शब्द एक बड़ी आपदा बनकर आयी
भट्टाचार्य मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि लगता है कि अब सरकार देश में अंकित हर जगह से इंडिया शब्द को मिटाने के लिए करोड़ों नहीं अरबों रुपये खर्च करेगी. इंडिया और भारत के गौरवमयी इतिहास को मिटाने, डॉ भीमराव अंबेडकर के संविधान को बदलने आदि की भी तैयारी हो चुकी है. भाजपा और मोदी सरकार के लिए इंडिया शब्द एक बड़ी आपदा बनकर आयी है.
यह सत्र क्यों बुलाया गया है, यह अब तक देश को बताया नहीं गया
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पांच दिन का संसद का विशेष सत्र बुलाया है. इसमें कोई गलत नहीं है. क्योंकि, यह एक चुनी सरकार का अधिकार है लेकिन यह सत्र क्यों बुलाया गया है, यह अब तक देश को बताया नहीं गया है. सारी चीजें सूत्रों के हवाले से चल रही हैं. सरकार की नीयत साफ है तो देश को बताना चाहिए कि इसमें वह क्या करने जा रही है. अजीब हालात देश में पैदा कर दिया गया है.