झारखंड भाजपा विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार
रांची, 01 अगस्त । राजधानी रांची में शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक संपन्न हुई। बैठक में आगामी विधानसभा मानसून सत्र के दौरान सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की रणनीति पर चर्चा की गई।
बैठक के बाद भाजपा के मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार विकास के बजाय तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त है। उन्होंने कहा कि सरकार ‘मदरसा से टेरेसा’ तक सीमित रह गई है और इसका विकास से कोई लेना-देना नहीं है।
जायसवाल ने दावा किया कि सरकार ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महापुरुषों के नाम हटाकर उनका अपमान किया है। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा के नाम पर नई योजना शुरू करना ठीक होता, लेकिन नाम बदलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में चंगाई सभा और मदर टेरेसा क्लीनिक के माध्यम से काम कर रही है।
मुख्य सचेतक ने कहा कि रिम्स-दो के नाम पर किसानों की जमीन छीनी जा रही है, जबकि किसान इस समय अति वृष्टि से परेशान हैं और खरीफ फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं, संयुक्त स्नातक स्तर (सीजीएल) परीक्षा में भ्रष्टाचार को सीआईडी जांच के बहाने दबाने की कोशिश की जा रही है।
जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार मतदाता सूची पुनरीक्षण का विरोध कर रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देना चाहती है। उन्होंने चुनौती दी कि अगर सरकार की मंशा साफ है, तो वह निकाय चुनावों में पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करे।
उन्होंने बताया कि बैठक में राज्य की कानून-व्यवस्था, महिलाओं पर अत्याचार और अन्य जनहित के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। भाजपा इन सभी मुद्दों को विधानसभा सत्र में पुरजोर तरीके से उठाएगी।
इस बैठक में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार राय, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल, सचेतक नागेंद्र महतो, विधायक नीरा यादव, मनोज यादव, सत्येंद्र तिवारी, आलोक चौरसिया, देवेंद्र कुंवर, अमित यादव, रोशनलाल चौधरी, उज्ज्वल दास, प्रदीप प्रसाद, पूर्णिमा दास साहू और मंजू कुमारी सहित अन्य नेता उपस्थित थे।
