रांची : जेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआइएसएस) के निदेशक, डॉ जोसफ मारियानुस कुजूर एसजे ने कहा, “यह गलत सूचना दी गयी है कि एक्सआइएसएस के 20 छात्र चिकनपॉक्स से संक्रमित हैं, जिसे कुछ प्रतिष्ठित समाचार पत्रों और मीडिया चैनलों ने प्रकाशित किया है.
प्रथम वर्ष के 08 छात्रों को तेज बुखार, घर भेजा गया
संस्थान आधिकारिक तौर पर बताना चाहता है कि केवल प्रथम वर्ष के 08 छात्रों (गर्ल्स हॉस्टल से 04 छात्राएं और 04 अन्य छात्र) ने तेज बुखार और चिकनपॉक्स के संदिग्ध लक्षणों की शिकायत की, जिन्हें उनके घर भेज दिया गया है.
रिपोर्ट में चिकनपॉक्स के लक्षणों की पुष्टि नहीं
बुखार होने के रिपोर्ट के समय यह पुष्टि नहीं हुई थी कि लक्षण चिकनपॉक्स के थे या किसी अन्य संक्रमण के. संस्थान हर छात्र के संपर्क में है और उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रहा है. किसी अन्य छात्र ने अब तक ऐसे किसी मामले की सूचना नहीं दी है और हम सभी सावधानी बरत रहे हैं.”
आईडीएसपी के अधिकारियों से मुलाकात भी की
डॉ कुजूर ने सोमवार को इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के अधिकारियों से मुलाकात भी की. विभाग की ओर से डॉ राजीव भूषण और श्री हैदर अली ने प्रकाशित रिपोर्ट के संबंध में एक्सआइएसएस गर्ल्स हॉस्टल और मेन कैंपस का दौरा किया. एक्सआइएसएस प्रबंधन ने उनसे स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया.
तीन छात्राओं में तेज बुखार पर प्रबंधन ने तत्काल ध्यान दिया
डॉ कुजूर ने यह भी कहा कि संस्थान प्रबंधन शुक्रवार को सूचना मिली थी कि हॉस्टल की तीन छात्राओं में तेज बुखार और कथित तौर पर चिकनपॉक्स के लक्षण देखे जा रहे हैं. प्रबंधन ने इन मामलों पर तत्काल ध्यान दिया और शनिवार को एक नोटिस जारी कर अस्वस्थ छात्रों को अपने घर वापस जाने और अन्य लोगों को उचित सावधानी बरतने का उल्लेख किया. प्रथम वर्ष के छात्रों की ट्राइमेस्टर परीक्षाएँ भी चल रही हैं, और संक्रमित छात्रों को उनकी परीक्षाओं से छूट दी गयी है.
एक्सआईएसएस प्रत्येक छात्र के स्वास्थ्य को लेकर सजग
“एक्सआईएसएस अपने प्रत्येक छात्र, फैकल्टी, और स्टाफ के स्वास्थ्य को लेकर सजग है, और हम सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं. पनाश 2023, एक्सआईएसएस का वार्षिक उत्सव 9 और 10 फरवरी 2023 को निर्धारित है, और 11 फरवरी 2023 को वेन-ए-कासा, एक्सआईएसएस की वार्षिक एलुमनी मीट होगी, जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए गए दिशानिर्देशों के तहत होगी,” डॉ कुजूर ने कहा.