रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम (Engineer Virendra Ram) के ठिकानों पर बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी है. यह छापेमारी मंगलवार सुबह पांच बजे से शुरू हुआ है और बुधवार को भी जारी है. वीरेंद्र राम और आलोक रंजन फिलहाल ईडी की हिरासत में है. पूछताछ में ईडी के सामने वीरेंद्र राम ने कई बड़े व्यक्तियों के साथ अपने संबंधों का भी खुलासा किया है.
वीरेंद्र राम से मिली पेन ड्राइव में काफी डेटा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वीरेंद्र राम (Virendra Ram) के पास से एक पेन ड्राइव मिली है, जिसमें काफी डेटा रखा गया है. पेन ड्राइव में ठेकेदारों से पैसे लेने और कई नेताओं को पैसे पहुंचाने के सबूत हैं. माना जा रहा है कि वीरेंद्र राम के करीबी संबंधों के कारण कई राजनेता अब ईडी की रडार पर आ गए हैं.
मंगलवार को 24 ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
ईडी ने मंगलवार को ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम (Engineer Virendra Ram) के कुल 24 ठिकानों पर छापा मारा था. इस दौरान वीरेंद्र राम के जरिये बनायी गयी कंपनियों के अलावा 100 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला. छापामारी के दौरान 1.50 करोड़ रुपये के जेवरात और करीब 30 लाख रुपये नकद मिले हैं.
2019 में वीरेंद्र राम के अधीनस्थ से मिले थे 2.90 करोड़
उल्लेखनीय है कि 2019 में एक कार्रवाई के दौरान वीरेंद्र राम के अधीनस्थ काम करने वाले एक इंजीनियर के पास से दो करोड़ 90 लाख रुपये मिले थे. बताया जा रहा है कि उस समय जब्त किए गये पैसे भी वीरेंद्र राम के ही थे. ईडी ने उसी समय वीरेंद्र राम पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.
वीरेंद्र राम की फॉर्च्यूनर कार सीज
ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के ठिकानों पर बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है. इस दौरान ईडी ने वीरेंद्र राम की संपत्ति सीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बुधवार को ईडी की टीम ने अशोक नगर स्थित उनके आवास पर खड़ी फॉर्च्यूनर कार को सीज कर लिया है. जानकारी के मुताबिक ईडी उनकी और भी कई चल और अचल संपत्ति सीज कर सकती है. वीरेंद्र राम और आलोक रंजन नामक व्यक्ति फिलहाल ईडी की हिरासत में है.