Earthquake : तुर्की और सीरिया की धरती सोमवार को तीन बार भूकंप के तेज झटकों से कांपी. सबसे अधिक मध्य तुर्की और उत्तर पश्चिमी सीरिया के क्षेत्र प्रभावित हुए. पहली बार भूकंप का झटका रिक्टर स्केल पर 7.8 तीव्रता का आया, जिसका केंद्र तुर्किये के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में करीब एक मिनट तक रहा. दोनों देशों में एक बार फिर से 7.7 और 7.6 तीव्रता के दो और भूकंप ने जानमाल की क्षति पहुंचाई है. इमारतों के मलबे के नीचे दबने से कुल 2000 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है.
तुर्की में भूकंप से इमारतों को काफी नुकसान
Earthquake : सरकारी ब्रॉडकास्टर टीआरटी के मुताबिक तुर्की में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है और लोग बचने के लिए सड़कों पर जमा हो गए. भूकंप का झटका लगभग एक मिनट तक रहा, जिसके बाद कई इमारतें गिर गईं और कई मकानों की खिड़कियां टूट गईं. भूकंप से दोनों देशों को जान-माल का काफी नुकसान हुआ है. घायलों का आंकड़ा कई हजार होने की आशंका है.
हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई अंतिम रिपोर्ट नहीं
हैबरटर्क टेलीविजन की मानें तो मलत्या, दियारबाकिर और मालट्या के पड़ोसी प्रांतों में भी कई इमारतें गिर गईं. हालांकि, हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई अंतिम रिपोर्ट नहीं मिली है. भूकंप के झटके लेबनान और सीरिया में भी महसूस किए गए. सीरिया की मीडिया ने बताया कि उत्तरी शहर अलेप्पो और मध्य शहर हमा में कुछ इमारतें ढह गईं.
भूकंप मध्य तुर्की में 10 किमी की गहराई में, 7.8 की तीव्रता
Earthquake : जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) के अनुसार मध्य तुर्की में 10 किमी की गहराई में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया है. तुर्किये के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) ने बताया कि भूकंप एक मिनट तक महसूस किया गया.
प्रधानमंत्री मोदी भारत दुख की इस घड़ी में तुर्की के साथ
Earthquake : तुर्किये और सीरिया में भूकंप के चलते लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि जनहानि और संपत्ति के नुकसान से मैं काफी दुखी हूं. पीएम ने कहा कि भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है.