रांची : एकल श्रीहरि सत्संग समिति वर्ष 1998 से झारखंड प्रांत में कार्यरत है. इस समिति द्वारा संप्रति झारखंड राज्य में 7326 सुदूर वनवासी गांव में सत्संग केन्द्र एवं 7362 एकल विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं. इन सुदूर वनवासी गांवों में 6 श्रीहरि मंदिर रथ द्वारा धार्मिक, सांस्कृतिक एवं संस्कार जागरण का काम किये जा रहे हैं.
संस्कार मूलक कार्य करती है श्रीहरि सत्संग समिति
श्रीहरि सत्संग समिति संस्कार मूलक कार्य करती है. वनवासी क्षेत्रों में कार्य करते हुए यह बात ध्यान में आयी कि आज भी वनवासी बंधु- भगिनी विवाह संस्कारों को ठीक से उत्सवपूर्वक सम्पन्न कराने में असमर्थ हैं. इसकी महत्ता को समझते हुए उत्साहपूर्वक विवाह उत्सव को आयोजित किये जाये, इस हेतु यह एक पहल है.
20 नवम्बर 2016 को 51 वनवासी जोड़ों का हुआ था विवाह
इस समिति द्वारा प्रथम बार 20 नवम्बर 2016,(रविवार) को बिरसा मुण्डा फुटबाल स्टेडियम मोराबादी में 51 वनवासी जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न कराया गया. इस समारोह में झारखंड राज्य के तत्कालीन महामहिम राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का मुख्य रूप से स्नेहील आशीष प्राप्त हुआ था.
शुक्रवार को 27 वनवासी जोड़ो का होगा विवाह
सम्प्रति 17 मार्च 2023 शुक्रवार को तृतीय वनवासी विवाह के उत्सव के रूप में 27 वनवासी जोड़ो का सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया है. जिसमें एकल अभियान के संस्थापक सदस्य एवं प्रेरणा पुंज मा. श्यामजी गुप्त का सानिध्य प्राप्त होगा.
पूर्व सांसद महेश पोद्दार व स्वामी परिपूर्णानंद जी का आशीर्वचन होगा
इस अवसर पर राज्यसभा के पूर्व सांसद महेश पोद्दार, मुख्य अतिथि एवं चिन्मय मिशन राँची के आचार्य पूज्य स्वामी परिपूर्णानंद जी का आशीर्वचन प्राप्त होगा. 17 मार्च को 11:30 बजे बारात प्रस्थान, दोपहर 12:15 बजे बारात स्वागत एवं द्वार पूजन, दोपहर 12:30 बजे से 2 बजे तक मंचीय कार्यक्रम, वरमाला, दोपहर 2 बजे से प्रीतिभोज, अपराहन 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक शुभ विवाह एवं विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
नीरा- बृजमोहन गाड़ोदिया की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजन
यह वनवासी विवाह उत्सव कोलकाता निवासी नीरा- बृजमोहन गाड़ोदिया के विवाह की 50वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर आयोजित की गयी है. इस अवसर पर वर पक्ष एवं वधु पक्ष के परिवार एवं परिजन भी शामिल होंगे. यह शादी सामाजिक बंधन का अटूट साक्षी बनेगा.
वर-वधु सामूहिक रूप से प्रतिज्ञा भी लेंगे
इस अवसर पर वर-वधु सामूहिक रूप से प्रतिज्ञा भी लेंगे. जिसमें एकल अभियान के माध्यम से वे अपने गांव में सब प्रकार की उन्नति के लिए, गौवंश रक्षण एवं संवर्धन के लिए काम करेगें एवं सब प्रकार व्यसन अथवा नशा से मुक्त रहेगें एवं भारत माँ की उन्नति के लिए कार्य करते रहेंगे.
स्वागत समिति:
सतीश कुमार तुलस्यान (संयोजक), प्रेम अग्रवाल, श्रीमती रेखा जैन, श्रीमती उषा जालान, श्री चन्द्रकांत रायपत, श्री रमेश धरनीधरका, श्री शिवशंकर उरांव, श्रीमती बबिता जालान, श्रीमती राजकुमारी जैन, डॉ एम एस भटट्, जयदीप मोदी, बासुदेव भाला, संतोष मोदी, मनोज तुलस्यान
आयोजन समिति:
मुकेश कुमार अग्रवाल, चेतन कुमार अग्रवाल, दीपक कुमार अग्रवाल, श्रीमती स्ंगीता चितलांगिया, श्रीमती अनुपमा राजगडिया, अमर पोद्दार, संजय खिरवाल, सुमित पोद्दार, श्रीमती देवी मोदी, श्रीमती कृति मारू, श्री प्रशांत सिंह, श्री अमन कुमार
संचालन समिति:
जितु पहान (संयोजक), डॉ ललन शर्मा, अमरेन्द्र विष्णुपुरी, देवकीनंदन दास, संजय साहु, दिलीप कुमार महतो, राजनाथ उरांव, बाबूलाल गोप, राजकिशोर महतो, राजकिशोर यादव, भामिणी भूषण मिश्रा, प्रभाकर पाण्डेय आदि शामिल है. यह जानकारी सुमित पोद्दार ने दी है.