रांची : श्री अरबिंदो सोसाइटी मातृ मंदिर परिसर में छह दिवसीय योग साधना शिविर आज से शुरू हो गया. आश्रम के सेक्रेटरी श्री रमेश भाई एवं योग विद्यालय मुंगेर के सन्यासी गोरखनाथ सरस्वती दोनों ने दीप प्रज्वलित करके योग साधना शिविर का उद्घाटन किया.
सन्यासी गोरखनाथ सरस्वती का जीवन योग को समर्पित
सन्यासी गोरखनाथ सरस्वती 19 साल की उम्र में सन्यास में कोर्स किए थे और उसके बाद विश्व के प्रथम योग विद्यालय, योग विद्यालय मुंगेर के कुलाधिपति स्वामी सत्यानंद सरस्वती के मार्गदर्शन में अपने पूरा जीवन को सौंप दिया और योग के प्रचार प्रसार में देश विदेश एवं राज्यों में जाकर योग का प्रचार किया.
सरस्वती जी के 100 वर्ष के उपलक्ष्य में योग शिविर
अभी स्वामी सत्यानंद सरस्वती जी के 100 वर्ष के उपलक्ष्य में पूरे विश्व में योग शिविर का ध्यान शिविर का कार्यक्रम चल रहा है. इसी क्रम में झारखंड की राजधानी रांची में भी छह दिवसीय योग साधना शिविर का आज से आरंभ हुआ.
डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने भाग लिया
योग शिविर में डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने भाग लिया. आज के सत्र में अष्टांग योग पर पूरा प्रकाश स्वामी जी ने डाला. कहा कि आसन को करने में 12 नियमों का ध्यान रखते हुए करें. इस क्रम में उन्होंने अपने जीवन में सजगता पर जोड़ दिया.
योग निद्रा और राजयोग पर प्रकाश डाला
संध्या सत्र में योग निद्रा और राजयोग पर पूरा प्रकाश डाला. शिविर सुबह 6:00 से 7:30 तक चल योगासन के प्रतिभागियों ने भाग लिया यह जानकारी रही है और संध्या समय में 5:00 से 6:00 तक पूरा शिविर निशुल्क है.
शिविर को सफलतापूर्वक संचालन कराया
इस शिविर को सफलतापूर्वक संचालन करने में डॉ रूपम सिंह, स्वामी मुक्त रथ, नेहा मनीष, निकि साहू, शैल मिश्रा इन सब का सहयोग रहा. यह जानकारी आश्रम के यूथ कोऑर्डिनेटर योगाचार्य आदित्य कुमार ने दी.