रांची : राँची विश्वविद्यालय की इंटरनल कमिटी (महिला कोषांग) एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस” के पूर्व दिवस के अवसर पर आरयू के मुख्य प्रशासनिक भवन परिसर में महिला संगोष्ठी एवं जागरूकता रैली कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा के अध्यक्षता में आयोजित की गयी.
जागरूकता रैली को अतिथियों ने दिखायी हरी झंडी
वर्ष 2023 का संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा घोषित किया गया थीम” डिजिटल, लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी” पर संगोष्ठी के साथ जागरूकता रैली को महापौर डॉ आशा लकड़ा, खेल निदेशक डॉ सरोजिनी लकड़ा, नेहरू युवा केन्द्र डॉ हनी सिन्हा, कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा, एफ ए देवाशीष गोस्वामी, डीएसडब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू, वित्त पदाधिकारी डॉ कुमार एएन शाहदेव, उप निदेशक, वोकेशनल कोर्सेस डॉ स्मृति सिंह एवं एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
“फूल भी है, चिंगारी भी है, हम भारत की नारी हैं” : डॉ आशा लकड़ा
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि राँची की महापौर डॉ आशा लकड़ा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज की नारी की पहचान “फूल भी है, चिंगारी भी है, हम भारत की नारी हैं” से है. उन्होंने कहा कि महिला दिवस महिलाओं के विभिन्न क्षेत्रों में उनके अतुलनीय योगदान तथा उपलब्धियां को पहचान दिलाने के लिए प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है. महिलाओं का योगदान पुरुषों के बराबर रहा है, बल्कि वे पुरुषों से भी आगे निकल गयी हैं.
महिलाओं के तरक्की के बगैर विकास अधूरा : डॉ सरोजिनी लकड़ा
विशिष्ट अतिथि खेल निदेशक डॉ सरोजिनी लकड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं के तरक्की के बगैर विकास अधूरा है. उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र से लेकर प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं, पुरुषों से कही भी कम नहीं है. संगोष्ठी की सम्मानित अतिथि नेहरू युवा केन्द्र संगठन की राज्य निदेशक श्रीमती हनी सिन्हा ने कहा कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में डंका बजा रही है.
आधी आबादी का सम्मान दिलाना सभी का परम कर्तव्य : कुलपति
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि दुनिया की आधी आबादी का सम्मान दिलाना सभी का परम कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि समाज में पुरुष का वर्चस्व रहा है, ऐसे में महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिलाने हेतु आज के दिन संकल्प लेकर हमें आगे आना होगा एवं महिला – पुरुष के इस बड़े गैप को कम करने हेतु सामूहिक प्रयास करना होगा. संगोष्ठी में शामिल अतिथियों के लिए स्वागत भाषण वोकेशनल कोर्सेस की उप निदेशक डॉ स्मृति सिंह ने किया.
संगोष्ठी का सफल संचालन एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन वित्त पदाधिकारी डॉ कुमार ए एन शाहदेव ने किया.