शहीद निर्मल महतो के 37वें शहादत दिवस पर उनकी समाधि पर मुख्यमंत्री ने किए पुष्प अर्पित
जमशेदुपर : मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है. महिलाएं आगे बढ़े, इसके लिए राज्य की कई योजनाएं हैं. इसी कड़ी में झारखंड मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना की शुरुआत हो रही है. इस योजना के अंतर्गत 21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को हर वर्ष 12 हज़ार रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी. राज्य की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को इसका लाभ मिले, इसके लिए इसके आवेदन की प्रक्रिया को काफी सरल रखा गया है. महिलाएं आगे आएं और इस योजना से जुड़कर अपनी प्रगति का एक नया रास्ता बनाएं.
मुख्यमंत्री गुरुवार काे अमर वीर शहीद निर्मल महतो के 37वें बलिदान दिवस पर उलियान, जमशेदपुर स्थित उनके समाधि स्थल पर आयाेजित शहादत दिवस कार्यक्रम काे संबाेधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्यवासियों के हित में कई ऐतिहासिक और निर्णायक कदम उठाए हैं. हमारी सरकार सरकारी कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना लागू कर उनके बुढ़ापे की लाठी बन रही है. वहीं बुढ़ापे में कोई पेंशन से वंचित न रहे, इसके लिए सर्वजन पेंशन योजना शुरू की है. ऐसे ही अनेक योजनाएं हैं, जिसका सीधा फायदा इस राज्य के आदिवासी, दलित, गरीब, मजदूर किसान, महिला और नौजवानों समेत हर वर्ग और तबके को हो रहा है. हम अपनी योजनाओं के माध्यम से इस राज्य की तस्वीर और तकदीर बदलने का कार्य निरंतर करते आ रहे हैं.
सरकार की योजनाओं से जुड़े, दूसरों को भी जुड़ने के लिए प्रेरित करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही है. उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपनी जरूरत की योजनाओं से जुड़े और जिन्हें इन योजनाओं की जानकारी नहीं है. उन्हें इसकी जानकारी देकर उन योजनाओं से जुड़ने के लिए प्रेरित करें. सभी के सहयोग और भागीदारी से सभी को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नौजवानों को सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार देने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों में यहां ना तो नियुक्ति नियमावली ही बनी और ना ही नियुक्तियों को लेकर कोई ठोस प्रयास किए गए, लेकिन हमारी सरकार नियुक्ति नियमावली बनाकर सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्तियां कर रही हैं. वहीं, निजी संस्थाओं और संस्थानों में भी हजारों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.
जब हमारे बच्चे आगे बढ़ेंगे तो राज्य भी आगे बढ़ेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर शिक्षा से बच्चों का बेहतर भविष्य बन सकता है . जब बच्चे पढ़- लिख कर आगे बढ़ेंगे तो राज्य भी आगे बढ़ेगा. यही वजह है कि हमारी सरकार बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. किसी भी गरीब बच्चों की पढ़ाई पैसे की तंगी की वजह से प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं चल रही हैं. हमारी सरकार ने गुरु जी क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत बच्चों को 15 लाख रुपये तक का शिक्षा लोन सरकार अपनी गारंटी पर दे रही है. हमारे आदिवासी- दलित गरीब बच्चे पढ़ लिख कर ऊंचे पदों पर पहुंचे, इसी सोच के साथ हम अपनी योजनाओं को धरातल पर उतर रहे हैं.