नयी दिल्ली : थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर में गिरावट दर्ज हुई है. जून महीने में थोक महंगाई दर घटकर -4.12 फीसदी पर आ गयी है. इससे पिछले महीने मई में यह -3.48 फीसदी रही थी. इसके साथ ही थोक महंगाई दर तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गयी है.
खाद्य, ईंधन एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतें कम होना कारण
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया कि खाद्य, ईंधन एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतें कम होने से जून में डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई दर घटकर -4.12 फीसदी पर आ गयी है. इससे पिछले महीने मई में थोक महंगाई दर -3.48 रही थी. पिछले साल जून में थोक महंगाई 16.23 फीसदी थी. इससे पहले मई, 2020 में थोक महंगाई दर-3.37 फीसदी पर थी.
खाद्य उत्पादों की महंगाई दर घटकर शून्य से 1.24 फीसदी नीचे
आंकड़ों के मुताबिक जून में खाद्य उत्पादों की महंगाई दर घटकर शून्य से 1.24 फीसदी नीचे आ गयी है, जबकि मई में यह -1.59 फीसदी थी. इसी तरह ईंधन एवं बिजली खंड की महंगाई जून में घटकर शून्य से 12.63 फीसदी नीचे रही, जबकि मई में यह -9.17 फीसदी रही थी.
विनिर्मित उत्पादों की थोक महंगाई शून्य से 2.71 फीसदी नीचे
इस दौरान विनिर्मित उत्पादों की थोक महंगाई शून्य से 2.71 फीसदी नीचे रही, जबकि मई में यह -2.97 फीसदी रही थी. मंत्रालय के मुताबिक जून में थोक महंगाई दर में गिरावट की मुख्य वजह खनिज तेल, खाद्य उत्पादों, मूल धातुओं, कच्चे तेल एवं प्राकृतिक गैस और कपड़ों की कीमतों में आयी कमी है.