झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर 13 और 20 नवंबर को वोटिंग, 23 नवंबर को होगी मतगणना

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Jharkhand Assembly Election 2024 Date: चुनाव आयोग ने झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव का ऐलान कर दिया है. आपके क्षेत्र में कब होगा मतदान यहां देखें.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 2.58 करोड़ मतदाता

चुनाव आयोग की 2 दिन तक रांची में चली थी मैराथन बैठक

झारखंड के 5 प्रमंडल में 24 जिले और 81 विधानसभा सीटें

उत्तरी छोटानागपुर में सबसे ज्यादा 7 जिले और 25 विधानसभा सीटें

उत्तरी छोटानागपुर के 3 जिलों की 4 सीटें एससी के लिए आरक्षित

पलामू प्रमंडल में सबसे कम 9 विधानसभा सीटें

2019 में 5 चरणों में हुआ था झारखंड विधानसभा चुनाव

Jharkhand Assembly Election 2024 Date: झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी गई है. भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Assembly Election 2024 Date) की घोषणा की. चुनाव आयुक्त ने बताया कि झारखंड में इस बार 2 चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को और 20 नवंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होगी. 23 नवंबर को मतगणना होगी.

चुनाव की तारीखों के साथ ही पूरे झारखंड में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो गई है. अब राज्य सरकार जनहित में कोई फैसला नहीं ले पाएगी. न ही सरकार का कोई मंत्री या विधायक किसी सरकारी सुविधा का लाभ ले सकेगा. इस तरह से झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया समाप्त होने तक चुनाव आयोग का शासन चलेगा. ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर चुनाव वाले क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती तक का आदेश जारी करने का अधिकार चुनाव आयोग को मिल गया है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 2.58 करोड़ मतदाता

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 2,57,78,149 (2 करोड़ 57 लाख 78 हजार 149) मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इसमें 1,30,65,449 (1 करोड़ 30 लाख 65 हजार 449) पुरुष मतदाता हैं, तो 1,27,12,266 (1 करोड़ 27 लाख 12 हजार 266) महिला और 434 थर्ड जेंडर वोटर हैं.

चुनाव आयोग की 2 दिन तक रांची में चली थी मैराथन बैठक

पिछले महीने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम रांची आई थी. दो दिन तक विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की थी. चुनाव आयोग ने पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ-साथ अन्य एजेंसियों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने के लिए जरूरी तैयारी करने के निर्देश दिए थे. चुनाव आयोग की टीम में निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ सुखबीर सिंह संधू भी शामिल थे. चुनाव आयोग की टीम ने झारखंड के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं की भी राय ली थी और उनकी शिकायतें एवं सुझावों को भी सुना था.

झारखंड के 5 प्रमंडल में 24 जिले और 81 विधानसभा सीटें

बिहार से अलग होकर 15 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया झारखंड राज्य 5 प्रमंडल में बंटा हुआ है. राज्य में 24 जिले हैं. इनमें 81 विधानसभा सीटें हैं. संताल परगना प्रमंडल के 6 जिलों में 18 विधानसभा सीटें हैं. 7 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. संताल परगना की देवघर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है.

उत्तरी छोटानागपुर में सबसे ज्यादा 7 जिले और 25 विधानसभा सीटें

उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में 7 जिले हैं. इसी प्रमंडल में सबसे अधिक 25 विधानसभा सीटें हैं. 4 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं. इस प्रमंडल में कोई विधानसभा सीट आदिवासियों यानी अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित नहीं है. धनबाद, रामगढ़ और कोडरमा 3 जिले ऐसे हैं, जहां की सभी विधानसभा सीटें अनारक्षित हैं.

उत्तरी छोटानागपुर के 3 जिलों की 4 सीटें एससी के लिए आरक्षित

उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के 3 जिले ऐसे हैं, जहां की 4 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं. चतरा जिले की दोनों सीटें सिमरिया और चतरा एससी के लिए आरक्षित हैं. गिरिडीह की जमुआ विधानसभा सीट और बोकारो की चंदनकियारी सीट भी एससी के लिए आरक्षित हैं.

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में 5 जिले और 15 सीटें

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में 5 जिले आते हैं. इसमें 15 विधानसभा सीटें हैं. 11 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. राजधानी रांची स्थित कांके विधानसभा एकमात्र सीट है, जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है.

कोल्हान प्रमंडल के 3 जिलों में 14 विधानसभा सीटें

कोल्हान प्रमंडल में 3 जिले हैं. इन 3 जिलों में 14 विधानसभा सीटें हैं. 14 में से 9 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. जुगसलाई इस प्रमंडल की एकमात्र सीट है, जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए रिजर्व है.

पलामू प्रमंडल में सबसे कम 9 विधानसभा सीटें

कोल्हान की तरह ही पलामू प्रमंडल में भी 3 जिले हैं, लेकिन इस प्रमंडल में विधानसभा की सबसे कम 9 सीटें हैं. लातेहार जिले की मनिका सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है, तो लातेहार विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए. पलामू जिले का छतरपुर विधानसभा भी अनुसूचित जाति के लिए ही आरक्षित है.

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