रांची : शिवगंज हरमू रोड स्थित सत्संग भवन में श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के समापन दिन व्यास पीठ पर आसीन संत श्री सदानंद महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि मन वाणी समस्त इंद्रियों के द्वारा जो जो भी करें वह सब परम पुरुष भगवान को समर्पित करते हुए करें. यही भागवत धर्म है.
विषयी पुरुष को वन में भी कामादि शत्रु सताते हैं
साधना भक्ति के द्वारा प्रेम भक्ति प्राप्त होती है और वह भगवान के पारायण होकर माया को अनायास ही पार हो जाता है. विषयी पुरुष को वन में भी कामादि शत्रु सताते हैं जितेन्द्रिय का घर में ही पांच इंद्रियों का निग्रह करना तप है. जिसके हृदय में वैराग्य जागृति हो उसके लिए घर ही तपोवन है.
उपनिषदों का सार- ब्रह्म और आत्मा का एकत्वरूप अद्वितीय सदवस्तु
समस्त उपनिषदों का सार है ब्रह्म और आत्मा का एकत्वरूप अद्वितीय सदवस्तु. वही श्रीमद्भागवत का प्रतिपाद्य विषय है. इसके निर्माण का प्रायोजन है एक मात्र कैवल्य मोक्ष है. जो लोग विषय चिंतन में लगे रहते हैं उनकी इंद्रिय विषयों में फंस जाती है. मन को भी उन्हीं की ओर खींच लेती है जैसे जलाशय के तिर पर उगे कुशादी जल खींचते उसी प्रकार इंद्रियां शक्ति, मन, बुद्धि, विचार, शक्ति को हर लेते हैं. जो लोग भगवान की लीलाओं को श्रद्धा के साथ नित्य श्रवण करते हैं उनके हृदय में थोड़े ही समय में भगवान प्रकट हो जाते हैं.
समिति की ओर से महाराज जी एवं सभी संगीतकारों को सम्मानित किया गया
समिति के द्वारा महाराज जी एवं सभी संगीतकारों का सम्मान किया गया. सभी श्रोता प्रेम से भागवत भगवान को प्रणाम कर महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया. अंत में उन्होंने कहा कि इस प्रकार सुखदेव जी के मुखारविंद से राजा परीक्षित ने श्रीमद्भागवत कथा सुनी, उन्हें मोक्ष प्राप्त हुआ. तत्पश्चात कथा के यजमान तथा उनके परिवार एव संस्था के सदस्यों ने व्यास पूजा कर पूर्णाहुति की.
गुरुवर ने बताया कि श्री कृष्ण प्रणामी लगातार 35 वर्षों से सेवा प्रकल्प का कार्य करती आ रही है जिसके अंतर्गत पोलियो ग्रस्त रोगियों का उपचार अनाथ लड़कियों का विवाह, लालन – पालन तथा शिक्षा की सेवा, गौ सेवा की जाती है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में इनकी रही भूमिका
आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से संस्था के अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल, उपाध्यक्ष निर्मल जालान, राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, सचिव मनोज चौधरी, ओम सरावगी, नंदू चौधरी, नवल अग्रवाल विजय अग्रवाल, पवन पौदार, निर्मल छावनिका, विष्णु सोनी, मनीष जालान, विशाल जालान, सुरेश चौधरी, सुरेश भगत, शिव भगवान अग्रवाल, सज्जन पाडिया, सुनील पोद्दार, रमेन्द्र पांडे, धीरज गुप्ता, आलोक सिंह तथा महिला मंडल की श्रीमती विधा देवी अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, संतोष देवी अग्रवाल, विमला जालान, पूनम अग्रवाल, ललिता पोद्दार, चंदा देवी अग्रवाल और सुमन चौधरी एवं और भी से महिला-पुरुष सदस्य उपस्थित थे. यह सभी जानकारी संस्था के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल (राजू अग्रवाल) ने दी.