रांची : राज्य सरकार ने राजभवन में शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची जारी की थी. इसमें दूसरे नंबर पर बैद्यनाथ राम का नाम था लेकिन ऐन मौके पर उनका नाम जेएमएम की तरफ काट दिया गया. आठों मंत्रियों की तरह बैद्यनाथ राम के लिए भी राजभवन ने पूरी तैयारी की थी लेकिन वह राजभवन पहुंचे ही नहीं.
पिछले 10 सालों से झारखंड में मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री ही रहे हैं जबकि झारखंड विधानसभा का समीकरण बताता है कि सूबे में 12 मंत्री हो सकते हैं. रघुवर और हेमंत की तरह चम्पाई ने भी 12वां मंत्री पद खाली रखा है. कांग्रेस हमेशा से दबाव बनाती रही कि उनके पांच मंत्री हों. फॉर्मूले के मुताबिक कांग्रेस पांच मंत्री का दावा नहीं ठोक सकती है. गठबंधन सरकार बनते वक्त चार विधायक पर एक मंत्री की बात तय थी. कांग्रेस के फिलहाल 16 विधायक हैं. रामगढ़ सीट हारने के बाद एक गिनती कम हुई है. लिहाजा पांचवां मंत्री बनना काफी मुश्किल है. फिर भी कांग्रेस के दबाव की वजह से 12वां मंत्री का पद खाली रखा गया है.