रांची : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए शनिवार को मतदान होंगे. राज्य की तीन लोकसभा सीटों दुमका, गोड्डा और राजमहल सीटों पर वोटिंग होगी. आखिरी चरण में झारखंड के तीन सीटों से 52 प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. तीनों लोकसभा सीटों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा. निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर चुनाव आयोग और पुलिस-प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.
आखिरी चरण में दुमका और गोड्डा लोकसभा सीट से 19-19 प्रत्याशी और राजमहल लोकसभा सीट से 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. गोड्डा और राजमहल में त्रिकोणीय मुकाबला है. गोड्डा में भाजपा से सांसद निशिकांत दुबे और कांग्रेस से विधायक प्रदीप यादव आमने-सामने हैं. अभिषेक आनंद झा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़े होकर यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
संताल परगना प्रमंडल का यह इलाका पिछले कई दशकों से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) का गढ़ रहा है. दुमका लोकसभा सीट से झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन आठ बार चुनाव जीत चुके हैं लेकिन वर्ष 2019 के चुनाव में शिबू सोरेन को भाजपा के सुनील सोरेन ने पराजित किया था. इस बार शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को भाजपा ने दुमका से उम्मीदवार बनाया है जबकि जेएमएम ने शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन को प्रत्याशी बनाया है.
राजमहल लोकसभा सीट से वर्ष 2014 और 2019 में जेएमएम के विजय हांसदा विजयी रहे और वो इस बार हैट्रिक बनाने के लिए चुनाव मैदान में हैं. विजय हांसदा को रोकने के लिए बीजेपी ने ताला मरांडी को उम्मीदवार बनाया है. गोड्डा में बीजेपी के निशिकांत दुबे ने 2009, 2014 और 2019 में जीत हासिल की और वे चौथी बार जीत हासिल करने के लिए मैदान में हैं. गोड्डा में निशिकांत दुबे को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने विधायक प्रदीप यादव को उम्मीदवार बनाया है.
राजमहल में झामुमो से विजय हांसदा और भाजपा से ताला मरांडी आमने-सामने हैं. बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने झामुमो से बगावत कर राजमहल में ताल ठोंक दिया है. उनके आने से यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. दुमका लोकसभा सीट से झामुमो से नलिन सोरेन ताल ठोंक रहे हैं जबकि सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन भाजपा से उन्हें चुनौती दे रही हैं.
तीनों लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के लिए 6258 पोलिंग बूथ बनाये गये हैं. इनमें 489 बूथ शहरी इलाके में और 5769 बूथ ग्रामीण क्षेत्र में हैं. इसमें 241 बूथों की कमान महिलाओं के हाथों में होगी जबकि 7 बूथों पर दिव्यांग और 11 पर युवा मतदान की सारी व्यवस्था संभालेंगे. कुल 18 बूथ यूनिक हैं. करीब 5323886 मतदाता इन तीनों सीटों के 53 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. तीनों लोकसभा क्षेत्रों में पुरुष मतदाताओं की संख्या 27,00,538 और महिला मतदाताओं की संख्या 26,23,315 है जबकि 33 ट्रांसजेंडर मतदाता भी हैं.