पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब सरकार ने इमरान खान व उनकी पत्नी बुशरा बीबी और करीबी सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाज़ी का एक और मामला सरकार ने दर्ज कराया है.
अवैध रूप से लाभ हासिल करने तथा धोखाधड़ी में एक- दूसरे की मदद की
एक रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान तहरीक- ए- इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख 70 वर्षीय इमरान खान, बुशरा बीबी, पूर्व जवाबदेह मंत्री शहज़ाद अकबर, जुल्फी बुखारी, फराह गोगी (बुशरा बीबी की करीबी सहयोगी) तथा अन्य के खिलाफ अवैध रूप से लाभ हासिल करने तथा धोखाधड़ी के लिए एक- दूसरे की मदद करने, मिलीभगत और साजिश रचने समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.
तोशाखाना में उपहारों को रखा जाता है
तोशाखाना कैबिनेट प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण वाला विभाग है, जहां अन्य देशों की सरकार व राष्ट्र प्रमुखों ने पाकिस्तानी शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को दिए गए उपहारों को रखा जाता है. रिपोर्ट के अनुसार आरोपियों ने बड़ी हेराफेरी की.
फर्जी और जाली रसीद असली बताकर प्रस्तुत किया
घड़ी व कफ़लिंक जैसे तोशाखाना तोहफों के संबंध में न सिर्फ फर्जी और जाली रसीद तैयार कीं, बल्कि उन्हें असली बताकर प्रस्तुत किया जिसे लेकर स्वतंत्र सत्यापन किया गया और इससे साबित हुआ है कि ये रसीद फर्जी और जाली हैं.
दुर्लभ ग्रेफ कलाई घड़ी समेत अन्य तोहफों की फर्जी रसीद जमा कीं
आरोप है कि पीटीआई प्रमुख और उनके सहयोगियों ने सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री को उपहार में दी गयी दुर्लभ ग्रेफ कलाई घड़ी समेत अन्य तोहफों की फर्जी रसीद जमा कीं. पिछले साल सितंबर में इमरान खान ने पुष्टि की थी कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहने के दौरान उन्हें मिले कम से कम चार उपहारों को बेच दिया था.
दुबई में रहने वाले कारोबारी उमर फारूक ज़हूर ने टीवी पर एक कीमती घड़ी को दिखाया था तथा कहा था कि उन्होंने यह घड़ी फराह गोगी से 20 लाख अमेरिकी डॉलर में खरीदी है.