नई दिल्ली : तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया है. रेवंत ही तेलंगाना के अगले मुख्यमंत्री होंगे. 07 दिसंबर को वह शपथ लेंगे. यह जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को दी.
वेणुगोपाल ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विधायकों की ओर से पारित प्रस्ताव के आधार पर रेड्डी के नाम का फैसला किया. उन्होंने कहा कि हम मिलकर जनता से किए वादों को पूरा करेंगे.
कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 64 सीटें जीतीं
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को वोटिंग हुई थी, रिजल्ट रविवार को आया. इसमें कांग्रेस ने 64 सीटें जीतीं. सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 39 सीटें मिलीं.
भाजपा को 8, AIMIM को 7 और एक सीट CPI के खाते में गई. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने 3 दिसंबर की रात राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
रेवंत रेड्डी तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद हैं
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद रेवंत रेड्डी को तेलंगाना का डीके शिवकुमार कहा जाता है. उन्होंने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ कामारेड्डी और कोडंगल सीट से चुनाव लड़ा था. कामारेड्डी सीट से उन्हें भाजपा नेता के वेंकट रमन्ना रेड्डी ने हरा दिया. वहीं, कोडंगल सीट से उन्होंने जीत दर्ज की.
महबूबनगर जिले के कोंडारेड्डी पल्ली में जन्मे 54 साल के रेवंत का पूरा नाम अनुमुला रेवंत रेड्डी है. उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट रेवंत ने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा की स्टूडेंट विंग ABVP से की थी. 2007 में वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर आंध्र प्रदेश विधान परिषद के सदस्य भी चुने गए.
बाद में आंध्र प्रदेश के CM चंद्रबाबू नायडू के न्योते पर वे तेलुगु देशम पार्टी (TDP) में शामिल हो गए. 2009 में उन्होंने TDP के टिकट पर आंध्र प्रदेश के कोंडगल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के पांच बार के विधायक गुरुनाथ रेड्डी को हराया. नायडू ने उन्हें विधानसभा में पार्टी का नेता भी बना दिया.