अररिया में सोमवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला. गैर सरकारी संगठन अररिया का मुद्दा के संचालक फैसल जावेद यासीन की अगुवाई में विरोध मार्च निकाला गया . जिसमें भारी संख्या में छात्र, छात्राओं एवं शिक्षक संघ के अधिकारी शामिल हुए.
प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की
जुलूस कोसी पुल से शुरू होकर चांदनी चौक पर सभा के के रूप में समाप्त हुई. डोमिसाइल नीति वापस लाने की मांग को लेकर विरोध मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों द्वारा नारेबाजी की गई. अंत में चांदनी चौक पर विरोध मार्च आमसभा में तब्दील हो गयी.
यासीन ने कहा- बहाली का इन्तज़ार कर ही रहे थे, नया आदेश आ गया
संबोधित करते हुए फैसल जावेद यासीन ने कहा के स्टूडेंट्स बहाली का इन्तज़ार कर ही रहे थे कि सरकार की ओर से पहले आदेश आया कि अब बहाली हेतु एक और परीक्षा पास करनी होगी जो बीपीएससी द्वारा संचालित होगा. जिसके बाद अभ्यर्थी पुनः परीक्षा को तैयारी में जुट गए. इसी बीच सरकार द्वारा नियमों में बदलवा होता रहा.
हद हो गयी, जब डोमिसाइल के नियमों को बदल दिया
हद तो तब हो गयी जब डोमिसाइल के नियमों को बदल कर अन्य राज्यों के अभ्यर्थी को भी शामिल करने की घोषणा कर दी गयी. जहाँ बिहार के युवा गंभीर बेरोजगारी एवं पलायन के समस्याओं से जूझ रहे हैं. वहाँ इस तरह का आदेश वास्तव में परेशान करने वाला है. साथ ही परीक्षा की तैयारी में बाधक भी.
पार्षद सबा फैसल ने कहा- शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ आंदोलनरत रहेंगे
मौके पर उपस्थित जिला पार्षद सबा फैसल ने कहा के हम लोग छात्र भावना को आंदोलन के शक्ल में मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित संबंधित विभाग को अवगत कराने को प्रयासरत हैं. साथ ही ये भी बताया के डोमिसाइल का लाभ पुनः बहाल ना होने तक सभी हम सभी शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ आंदोलनरत रहेंगे.
मौके पर शिक्षक नेता आफताब फिरोज़ ने अपने संबोधन में कहा कि बार बार शिक्षको और शिक्षक अभ्यर्थियों का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा.