सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों की याचिका बंद की, कहा- प्राथमिकी दर्ज होने और सुरक्षा मुहैया के बाद याचिका का मकसद पूरा

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नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख एवं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली सात महिला पहलवानों की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने और संबंधित याचिकाकर्ताओं को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए जाने के बाद याचिका आगे की सुनवाई बंद करने का गुरुवार को आदेश दिया.

पीठ ने कहा- मांग के मुताबिक याचिका का मकसद पूरा

मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ ने याचिका पर आगे की सुनवाई बंद करने का आदेश देते हुए कहा कि याचिका में की गयी मांग के मुताबिक प्राथमिकी दर्ज होने और संबंधित खिलाड़ियों को दिल्ली पुलिस की ओर से पर्याप्त सुरक्षा मुहैया होने के बाद याचिका का मकसद पूरा हो गया है. इसलिए बंद करने यह फैसला लिया गया.

याचिकाकर्ता उपयुक्त अदालत या उच्च न्यायालय जा सकते हैं

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता अन्य किसी राहत के लिए उपयुक्त अदालत या उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकती हैं. याचिकाकर्ता खिलाड़ियों का पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता नरेंद्र हुड्डा ने दलील देते हुए याचिका पर आगे की सुनवाई बंद करने का विरोध किया, लेकिन अदालत में उनकी गुहार ठुकरा दी.

सॉलिसिटर जनरल ने कहा- वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी जांच कर रही

पीठ के समक्ष दिल्ली पुलिस का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है. चार संबंधित पक्षों के बयान दर्ज किए गए हैं. शीर्ष अदालत ने 25 अप्रैल को इस मामले को ‘गंभीर आरोप’ बताते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था. अदालती आदेश पर पुलिस ने 28 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की थी.

याचिका में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने की मांग की गयी थी

डब्ल्यूएफआई प्रमुख सिंह पर यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी देने का आरोप लगाते हुए भारतीय पहलवान विनेश फोगट और अन्य ने दिल्ली पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था.

पहलवानों ने प्राथमिकी दर्ज करने में ‘अत्यधिक देरी’ का हवाला दिया था

याचिका के अनुसार, फोगट और अन्य पहलवानों ने दिल्ली पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने में ‘अत्यधिक देरी’ का हवाला देते हुए श्री सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने का पुलिस को निर्देश देने की गुहार लगायी थी.

जांच के लिए एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में समिति बनी थी  

श्री सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए 23 जनवरी को खेल मंत्रालय ने मशहूर मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था. इस समिति ने अप्रैल के पहले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, लेकिन इसके निष्कर्ष अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं.

मैरी कॉम के अलावा समिति में ये लोग थे

मैरी कॉम के अलावा समिति के अन्य सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता- पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के पूर्व सीईओ राजेश राजगोपालन और भारतीय खेल प्राधिकरण के पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन शामिल थे.

विनेश ने पहले आरोप लगाया था- मानसिक उत्पीड़न के कारण आत्महत्या के बारे में भी सोचा था

विनेश ने पहले आरोप लगाया था कि वह सिंह द्वारा मानसिक उत्पीड़न का शिकार हुई थीं और (दावा किया था) उसने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था. ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट और अन्य शीर्ष भारतीय पहलवान दिल्ली के जंतर- मंतर पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

आंदोलन को अरविंद केजरीवाल, प्रियंका गांधी समेत कई नेता दे चुके हैं समर्थन 

खिलाड़ियों के आंदोलन के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, किसान नेता राकेश टिकैत समेत विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता और नेता जंतर- मंतर आ आकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा चुके हैं.

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