रांची : आज बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची द्वारा आयोजित एग्रोटेक किसान मेला 2023 के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अध्यक्ष झारखंड विधानसभा रबीन्द्रनाथ महतो सम्मिलित हुए. कार्यक्रम में उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारा प्रदेश खान खनिजों से संपन्न प्रदेश है.
झारखंड के 80% लोग कृषि पर निर्भर

देश भर के खनिज सम्पदा का एक बहुत बड़ा हिस्सा झारखंड, देश को प्रदान करता है, जबकि झारखंड के 80% लोग अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं. जब हमलोग एक लोक कल्याणकारी राज्य के रूप में यह कहते है कि, हमारा मूल उद्देश्य संरचना निर्माण नहीं बल्कि व्यक्ति का विकास है, तो ऐसी स्थिति में कृषि के बिना झारखंड के लोगों की उन्नति कैसे संभव है.
परिचर्चा के लिए कुलपति को साधुवाद दिया
उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति को साधुवाद दिया कि ऐसे परिचर्चा का विषय जिसका मूल सरोकार राज्य की आम जनता से है बहुत सारी विषयों को जाने समझने का मौका मिलता है. आज कृषि के क्षेत्र में बहुत ऐसी समस्याएं हैं, जहां सुधार की आवश्यकता है. राज्य भर में कुल 102 वृहद और मध्यम सिंचाई योजनाएं हैं, परंतु रख- रखाव की कमी के कारण इसकी क्षमता में 40% की गिरावट आयी.
बड़ी समस्या- ऋण का बोझ और एमएसपी का लागू नहीं होना
जब झारखंड राज्य में मात्र 12% भूमि पर सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध है और 80% से ज्यादा लोग खेती के लिए मानसून पर ही निर्भर करते हैं. कृषि के क्षेत्र में बड़ी समस्या किसानों पर ऋण का बोझ और एमएसपी का सही प्रकार से लागू नहीं होना है.
पदाधिकारी योजनाएं ईमानदारीपूर्वक लागू करें
यद्यपि सरकार के द्वारा आवश्यकतानुसार किसानों की समस्याओं पर हस्तक्षेप के लिए विभिन्न योजनाएं लायी गयी है, तो जरूरी है इस बात की होगी कि राज्य के पदाधिकारी इसे ईमानदारीपूर्वक लागू करें. MSP के माध्यम से कृषि उत्पाद के लिए किसानों का उचित मूल्य दिलाना. मानसून पर निर्भरता को कम करना. उन्नत बीजों के लिए किसान भाइयों को प्रेरित करना. किसानों के ऋण बोज को कम करना इत्यादि विषयों पर नीति निर्माताओं को भी हल निकालना पड़ेगा, तभी हम किसानों के पसीने का उचित मूल्य दिला पाएंगे. उन्होंने अपने संबोधन में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय को देश को खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने में बड़े योगदान की सराहना भी की.