रांची 16 : मार्च श्री श्याम मित्र मंडल रांची के 52वें स्थापना दिवस पर पांच दिवसीय रंग रंगीलो श्री श्याम फागण महोत्सव कल 17 मार्च से पूरे विधि विधान से शुरू होगा. महोत्सव की तैयारी पूरी हो गई है. मंदिर की साज सज्जा की जा रही है. कोलकाता के अभिषेक जालान की 50 कारीगरों की टीम पुष्प श्रृंगार एवं सजावट का कार्य कर रही हैं. कारीगरों की टीम 56 भोग, सवामनी एवं महाभोग बनाने में व्यस्त है. बेंगलुरु के डच गुलाब से खाटू नरेश का श्रृंगार किया जाएगा. मंडल के पहले महामंत्री विश्वनाथ नारसरिया ने जानकारी दी है कि 17 मार्च को प्रातः 7:30 बजे श्री गणेश पूजन एवं ध्वज स्थापना से महोत्सव की शुरुआत होगी. चूरू के मेहुल शर्मा के सानिध्य में श्री श्याम अखंड ज्योति पाठ नृत्य नाटिका संग आयोजित होगा.
19 मार्च को 94 वां श्री सुंदरकांड एवं श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक संगीतमय पाठ होगा
मंडल अध्यक्ष सुरेश सरावगी ने बताया कि 18 मार्च को पवित्र ध्वज के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. मारवाड़ी भवन से शोभा यात्रा शुरू होकर विभिन्न मार्गो से होते हुए श्री श्याम मंदिर पहुंचेगी. राजस्थानी डफ के साथ फतेहपुर के मुन्ना एवं राजू संगीतमय भजन करेंगे. मार्ग में 10000 पैकेट बुंदिया प्रसाद का वितरण किया जाएगा. 19 मार्च को 94 वां श्री सुंदरकांड एवं श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक संगीतमय पाठ होगा. 20 मार्च को प्रातः 10:00 बजे बाबा की प्रातः कालीन ज्योति, रात्रि 9:30 बजे एकादशी की ज्योति, भव्य श्रृंगार, संगीतमय भजन होंगे. 21 मार्च को बाबा की बड़ी द्वादशी की ज्योति प्रचलित होगी. अनुपम श्रंगार दर्शन खीर चूरमा का भोग एवं 105 वां श्री श्याम भंडारा का प्रसाद वितरित होगा. सायं 6:00 बजे से अमृतमयी भजन संकीर्तन होंगे. श्री श्याम मित्र मंडल स्थापना दिवस पर प्रतिवर्ष यह भव्य महोत्सव आयोजित करता है. उन्होंने निशान शोभायात्रा में अधिकाधिक भक्तजनों को आमंत्रित किया.
सभी देवताओं को प्रतिदिन नवीन पोशाक धारण कराई जाएगी
महोत्सव संयोजक गौरव अग्रवाल मोनू ने बताया कि विगत कई दिनों से महोत्सव की तैयारियां की जा रही है, जो पूर्णता पर है. कोलकाता के मंदिरा सिंह डांस ग्रुप धनबाद के पंकज मोदी एवं पंकज सांवरिया हरियाणा की रेखा सुरभि फरीदाबाद के अंश एवं वंश की टीम अपनी प्रस्तुति पेश करेंगें. महोत्सव की खासियत होगी कि मंदिर में विराजमान सभी देवताओं को प्रतिदिन नवीन पोशाक धारण कराई जाएगी. मनमोहक अलौकिक श्रृंगार होगा.