श्रीराम टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज ने चलाया नशामुक्ति अभियान: ‘नशा नहीं, शिक्षा अपनाएं’ के संदेश के साथ ग्रामीणों को किया जागरूक
रांची: राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में श्रीराम टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, रांची ने नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत ग्राम सुगदा के सारो में एक विशेष सामुदायिक जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को नशे के बढ़ते प्रचलन और उसके गंभीर स्वास्थ्यगत, सामाजिक एवं पारिवारिक दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना था।
अभियान का शुभारंभ और मुख्य वक्ताओं के विचार
कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के सचिव विकास सिन्हा के संबोधन से हुआ। उन्होंने अपने वक्तव्य में स्पष्ट किया कि नशा केवल व्यक्ति को नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। सिन्हा ने कहा, “यह मानसिक, शारीरिक और आर्थिक पतन का कारण बनता है। हमें आज यह संकल्प लेना चाहिए कि हम नशा नहीं, शिक्षा अपनाएं और इस सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करने हेतु सक्रिय भूमिका निभाएँ।” उन्होंने युवाओं की जागरूक भागीदारी और सकारात्मक सोच को इस अभियान की सफलता की कुंजी बताया।
इसके पश्चात् कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आनंदमोय ने प्रशिक्षु शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे केवल भावी शिक्षक नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत हैं। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षक का दायित्व न केवल ज्ञान देना है, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों का भी संचार करना है। डॉ. आनंदमोय ने कहा, “नशामुक्त समाज की स्थापना तभी संभव है जब शिक्षक स्वयं जागरूक और प्रतिबद्ध हों।”
जनजागरूकता रैली और प्रेरक नारे
कार्यक्रम के दौरान, बी.एड. एवं डी.एल.एड. (द्विवर्षीय शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम) के सभी प्रशिक्षु विद्यार्थियों ने हाथों में पोस्टर एवं नारों के साथ गांव की गलियों में जनजागरूकता रैली निकाली। “नशा छोड़ो, जीवन से नाता जोड़ो”, “नशा से दूरी, जीवन में खुशहाली” जैसे प्रेरक नारों के साथ विद्यार्थियों ने ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उन्हें नशा त्यागने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। रैली के दौरान छात्रों ने घरेलू हिंसा, बेरोजगारी, युवा अपराध एवं सामाजिक विघटन जैसे विषयों पर भी प्रकाश डाला।
नशा मुक्ति की शपथ
रैली के पश्चात, प्रशिक्षु शिक्षार्थियों, शिक्षकों एवं उपस्थित ग्रामीणों द्वारा नशा मुक्ति की शपथ ली गई:
“हम सभी यह शपथ लेते हैं कि हम स्वयं नशा नहीं करेंगे, न किसी और को इसके लिए प्रेरित करेंगे। हम समाज में नशा विरोधी वातावरण का निर्माण करेंगे, लोगों को जागरूक करेंगे और नशा मुक्ति के लिए कार्यरत रहेंगे। हम एक स्वस्थ, समर्पित और जागरूक भारत के निर्माण हेतु दृढ़संकल्पित हैं।”
समापन और कॉलेज का योगदान
कार्यक्रम के समापन अवसर पर कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. सुरजीत सिंह ने सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नशामुक्त भारत का सपना तभी साकार होगा जब हर नागरिक इसे अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझे और इस दिशा में ठोस कदम उठाए। इस अवसर पर कॉलेज के समस्त शिक्षकगण, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं सभी प्रशिक्षु विद्यार्थी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे और कार्यक्रम की सफलता में सराहनीय योगदान दिया।
