पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव (Sharad Yadav) की पार्थिव देह शनिवार दोपहर चार्टर्ड विमान (Chartered Plane) के जरिये दिल्ली से भोपाल (Bhopal) लायी गयी. यहां राजा भोज विमानतल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan), पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत कुछ अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर दिग्विजय सिंह के पुत्र व प्रदेश के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
अचानक चले गये, मेरे तो पड़ोसी थे : शिवराज
पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव (Sharad Yadav) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि वह अचानक चले गए. मेरे तो पड़ोसी थे. मेरा गांव नर्मदा के इस पार था, उनका गांव नर्मदा के उस पार था. वे बचपन से प्रखर और जुझारू थे. अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले शरद भाई छात्र जीवन में ही राष्ट्रीय राजनीति में छा गए थे. वे जेपी आंदोलन के प्रमुख स्तंभ थे. उन्होंने जेल में रहते हुए चुनाव जीता और भारत की राजनीति पर छा गए.
80-90 के दशक में राष्ट्रीय राजनीति की दशा बदली
मुख्यमंत्री ने कहा कि शरद यादव (Sharad Yadav) ने 80-90 के दशक में राष्ट्रीय राजनीति की दशा बदली. मंडल कमीशन लागू कराने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थी. समाज के कमजोर और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए उन्होंने अपने जीवन को होम कर दिया था. वे ऐसे नेता थे कि जो गलत होता था, उसका विरोध करते थे. एक अद्भुत नेता, जो अभी भी देश को बहुत कुछ दे सकता था, अचानक हमारे बीच से चला गया. मैं अपनी और प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं.
अंतिम संस्कार के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू
शरद यादव (Sharad Yadav) की पार्थिव देह को एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि सभा के बाद सड़क मार्ग से नर्मदापुरम के माखननगर में स्थित उनके पैतृक गांव आंखमऊ के लिए रवाना किया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. ग्राम आंखमऊ में उनके अंतिम संस्कार के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित अन्य राजनेता भी पहुंचेंगे.
आंखमऊ में कई घरों में चूल्हा नहीं जला
शरद यादव के पुश्तैनी घर पर सुबह से ही लोगों का तांता लगा है. लोगों की भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस के साथ ही माखननगर का पुलिस बल भी तैनात किया गया है. आंखमऊ में लोग गमगीन हैं, कई घरों में सुबह से चूल्हा नहीं जला है.
आखिरी बार होली में माखननगर पहुंचे थे शरद यादव
दरअसल, शरद यादव लोगों में काफी प्रसिद्ध थे. वर्ष 2019 में वे आखिरी बार होली के अवसर पर माखननगर पहुंचे थे. उनके भतीजे नवीन यादव ने बताया कि अंतिम संस्कार की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. प्रशासन के अधिकारी पहुंच चुके हैं. यहां पार्थिव देह पहुंचने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
कलेक्टर नीरज सिंह, एसपी डॉ. गुरकरन सिंह सहित प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर व्यवस्था की गयी है. राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार के लिए पुलिस लाइन से जवानों को ले जाया जा रहा है. उनके रिश्तेदार व समाज के लोग देर रात ही आंखमऊ पहुंच चुके हैं.