रांची : सेवा भारती वैभवश्री, झारखंड का दो दिवसीय कौशल विकास सह स्वावलंबन प्रशिक्षण वर्ग रांची के अनगड़ा प्रखंड अंतर्गत जोन्हा स्थित सेवा धाम में संपन्न हुआ. वर्ग के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा भारती के गुरूशरण प्रसाद ने कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए व्यक्ति को मन में बैठे संकोच को निकालना होगा.
हमें ऊंच नीच की भावनाओं को हटाना है
कोई भी छोटा या बड़ा कार्य हो निसंकोच करना चाहिए. हमें ऊंच नीच की भावनाओं को हटाना है. अपना स्वभाव समरस बनाकर समाज में समरसता का वातावरण निर्मित करना है. सामाजिक कार्य के लिए थोड़ा समय निकाल कर अपने सामाजिक कर्तव्य का पालन कर सकते हैं. इस तरह से सेवा कार्य करते करते समाज में विश्वास पैदा होता है.
संयोजिका ने आदर्श ग्राम योजना पर बल दिया
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा भारती की सचिव व वैभवश्री की राष्ट्रीय संयोजिका श्रीमती चंद्रिका चौहान ने वैभवश्री के माध्यम से सामाजिक सेवा कार्य, आदर्श ग्राम योजना पर बल दिया. साथ ही उन्होंने छोटी पूंजी के माध्यम से छोटे छोटे रोजगार कर महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के विभिन्न तरीकों से अवगत कराया.
सह संयोजक ने महिला आर्थिक सशक्तिकरण पर बात की
मौके पर वैभवश्री आयाम के केन्द्रीय सह संयोजक ऋषभ सहाय ने बताया कि स्थानीय स्वयं सहायता समूह को वैभवश्री के नियम-पद्धति से संचालित किया जाएगा, तो महिला आर्थिक सशक्तिकरण के साथ सामाजिक परिवर्तन होगा.
मंजूषा देशमुख ने क्षमता विकास पर प्रकाश डाला
प्रशिक्षण वर्ग की वर्गाधिकारी में श्रीमती मंजूषा देशमुख ने वैभवश्री की महिला कार्यकर्ताओं के क्षमता विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्षमता वृद्धि के लिए स्वयं में रुचि बढ़ाकर लक्ष्य निर्धारित कर शिखर पर पहुंचा जा सकता है. वर्ग में सहकार भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री लक्ष्मण पात्रा ने घरेलू लघु व्यवसाय की विधिवत व व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया.
11 सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई
प्रशिक्षण वर्ग में वैभवश्री के कार्य विस्तार को लेकर प्रांतीय टोली के 11 सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई. इस दो दिवसीय वैभवश्री स्वावलंबन प्रशिक्षण वर्ग में प्रांत के 9 जिलों से 57 प्रमुख महिला कार्यकर्ताओं की प्रतिनिधित्व रही.